पूर्व सैनिकों और उनके परिवार की समस्याओं पर दिया जोर : पर्रिकर
एजेंसी/ नई दिल्ली: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने एक समयबद्ध तरीके से पूर्व सैनिकों और सेवारत सैनिकों के परिवारों की समस्याओं को सुलझाने पर जोर दिया है। इसके लिये केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर प्रशासनिक मशीनरी को मिलकर काम करने को कहा है।
केन्द्रीय सैनिक बोर्ड की पांच साल बाद दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई 30वीं बैठक का उद्घाटन करते हुए सरकार के लिये पूर्व सैनिक और सेवारत सैनिकों पर विशेष ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम अपने सैनिकों को उच्च मनोबल बनाए रखने और उनके परिवारों के बारे में चिंता किए बिना अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहते हैं। पर्रिकर ने कहा कि सरहद पर खराब मौसम और विपरीत परिस्थिति के बावजूद सशस्त्र बलों का देश के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ देश की सेवा देखते ही बनती है।
भूतपूर्व सैनिक और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी उपायों के बारे में मंत्री ने कहा कि सरकार ने भूतपूर्व सैनिक की दो बेटियों के लिए शादी अनुदान में संशोधन किया है। 01 अप्रैल, 2016 से 16,000 से 50 हजार रुपये दिये जाएंगे। साथ ही शिक्षा अनुदान 400-600 से लेकर 1000 रुपये प्रति माह दिये जाएंगे। अगर कोई गरीब है, उसके लिए अनुदान की राशि 30,000 रुपये कर दी गई है। साथ ही जिंदगी भर के लिये 1000 प्रति माह भी दिये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि लड़कों के लिए प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत राशि रुपए से बढ़ाकर किया गया है। लड़कों के लिये रुपये के लिए 15,000 से 24,000 प्रति वर्ष कर दिया गया है वही लड़कियों के 18,000 लिये 27,000 प्रतिवर्ष कर दिया गया है।