बरसात में , कैसे बच्चों को बीमार होने से बचाएं
बारिश के मौसम में चहुंओर हरियाली हर किसी का मन मोह लेती है, लेकिन आपको बता दें मानसून के दौरान ही जमीन में रहने वाले ज्यादातर कीड़े सतह पर आ जाते हैं और सब्जियों को दूषित करते हैं। पानी जमा होने पर मक्खियां-मच्छर पनपते हैं। ऐसे में अगर घर में बच्चे हैं तो सबसे पहले वो बीमारियों की चपेट में आते हैं।
अगर आप भी बारिश के मौसम में अपनों बच्चों को स्वस्थ रखना चाहती हैं तो इन बातों पर गौर जरूर फरमाएं…
बारिश के मौसम में सभी फल और सब्जियां साफ पानी के साथ अच्छे से धोना चाहिए। अगर जरूरत हो तो बीमारी से बचने के लिए पोटाशियम परमेंगनेट का प्रयोग किया जा सकता है। बच्चे को साल में तीन से चार बार डी-वॉर्मिंग गोलियां देना चाहिए।
स्कूल जाने वाले बच्चों को तीन से चार महीनों में डी-वॉर्मिंग गोली की एक खुराक देने की सलाह कई देशों में दी जाती है। हाल ही में एक अध्ययन में पाया गया कि मेबनडाजोल गोली साल में तीन बार देने से गोल कीड़े के संक्रमण में 97 प्रतिशत तक कमी आई है। खाने से पहले अच्छी तरह से हाथ धोना और उबला हुआ पानी पीने से गोल कीड़े के संक्रमण से बचा जा सकता है।