अपनी चिता से उठ खड़ा हुआ मुर्दा देखेंगे तो आप भी हैरान हो जाएंगे। ऐसा ही कुछ हुआ चक्क्षु के पास स्थित बल्लुपुरा गांव में। 26 साल के नेहरु बैरवा को मृत मानकर परिवार उसका अंतिम संस्कार करने जा रहा था, लेकिन करीब 100 गांगवाले चिता से उठ खड़े हुए मुर्दे को देखकर हैरान रह गए। पहले तो घरवालों को झटका लगा, लेकिन बाद में उन्होंने उसके जिंदा होने का जश्न मनाया।
सूत्रों के मुताबिक, 23 जुलाई को घर लौटते वक्त बैरवा की कार की ट्रक से टक्कर हो गई थी, जिसमें वह जख्मी हो गए थे। परिवार उन्हें एक निजी अस्पताल ले गया, जहां उनका इलाज चल रहा था। एक रिश्तेदार ने बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक बैरवा की तबीयत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही थी।
शुक्रवार को डॉक्टरों ने बैरवा को मृत घोषित कर दिया था और उनके शव को परिवार को सौंप अंतिम संस्कार की रस्में पूरी करने को कह दिया था। एक गांववाले ने बताया, ‘हम संस्कार की रस्मों मे जुट गए थे। शाम को करीब 100 ग्रामीण शव के पास इकट्ठा हुए, उनमें से कुछ ने शव में हरकत देखी। इसके बाद पुजारी ने कुछ मंत्र पढ़े और बैरवा उठ बैठा।’