मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, हमसे बड़ा गौरक्षक कौन
जब उन्हीं के लोगों ने इस पर सवाल उठाया तो समझ में आया कि इससे देश का कितना नुकसान हुआ। देर से समझ में आया लेकिन चलो कुछ तो समझ में आया।
उन्होंने भाजपा पर गोरक्षा जैसे मुद्दे उठाकर समाज में दूरियां बढ़ाने का आरोप लगाया। कहा, गोरक्षा के लिए भाजपा सांसद सहयोग नहीं कर रहे हैं। गोरक्षा के मामले में भाजपा को हर कोई जानता है। उनकी सरकार आने से पहले भी देश में गाय थी। हम गाय की सेवा करेंगे, लेकिन इसे देश की तरक्की से जोड़ा जाए।
आगरा एक्सप्रेस-वे, मेट्रो जैसी परियोजना से गांव व शहरों के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। अब भाजपा को बताना चाहिए उसने क्या किया? भाजपा और उसके सहयोगी दलों के 73 सांसद यूपी के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं।
इन सांसदों को चाहिए कि प्रदेश को केंद्रीय सरकार की योजनाओं का बकाया पैसा दिलवाएं। हमने प्रदेश के सभी सांसदों को पत्र लिखकर एनएचएआई, बिजली परियोजनाओं, रक्षा मंत्रालय से जुड़े मुद्दों को संसद में उठाकर प्रदेश को मदद दिलाने का अनुरोध किया है।
भाजपा नेताओं द्वारा केंद्र की मदद से मेट्रो बनने की बात कहे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तो उन्हें यूपी को भारत से निकलवा देना चाहिए।
उन्होंने अनुप्रिया पटेल का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग इसकी समीक्षा की बात कह रहे हैं, उन्हें अपनी बात और साफ तरीके से रखनी चाहिए।
रक्षाबंधन आ रहा है, बसपा से रिश्ते सुधार ले भाजपा
दयाशंकर सिंह मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुद्दा अब खत्म हो चुका है। मैं तो पहले ही कह चुका हूं कि रक्षाबंधन आ रहा है। भाजपा को बसपा से रिश्ते सुधार लेने चाहिए।