बाढ़ की सम्भावना के दृष्टिगत प्रशासन हुआ एलर्ट
बाढ़ राहत बचाव की सभी तैयारियां पूरी पीएसी सहित एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद
गोण्डा : तहसील करनैलगंज क्षेत्र अन्तर्गत नकहरा गांव के पास एल्गिन-चरसड़ी मुख्य बांध का मण्डलायुक्त सुधीर कुमार दीक्षित, डीएम आशुतोष निरंजन व क्षेत्रीय विधायक योगेश प्रताप सिंह ने निरीक्षण किया तथा बांध बचाव कार्य में लगे अभियन्ताओं को किसी भी दशा में बांध बचाने के निर्देश हैं। बताते चलें कि एल्गिन-चरसड़ी मुख्य बांध कटने के बाद रिंग बांध के भी कटने की सम्भावना को देखते हुए पूरा प्रशासन एलर्ट हो गया है। रिंग बांध सहित मुख्य बंधें को भी बचाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। बांध को बचाने के लिए सिंचाइ विभाग के मुख्य अभियन्ता व बाढ़ कार्य कार्य के मुख्य अभियन्ता सहित इन्जीनियरों की टीम बंधे पर बचाव कार्य में जुटी हुई है। जिला प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर गांवों के लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में जाने के लिए सूचित कर दिया गया है। तत्काल प्रभाव से प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए दो बाढ़ शरणालयों को सक्रिय कर दिया गया है।
मण्डलायुक्त व डीएम ने प्राथमिक विद्यालय पाल्हापुर बाढ़ राहत शरणालय व प्राथमिक विद्यालय गौरा सिंह पुर में निरीक्षण कर राहत तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। सुरक्षा एवं किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दो प्लाटून बाढ़ राहत पीएसी व एनडीआरएफ के तीस जवानों की टीम तैनात कर दी गई है। सभी बाढ़ चैकियों को तत्काल प्रभाव से सक्रिय कर दिया गया है। मेडिकल सुविधाएं त्वरित रूप से उपलब्ध कराने के लिए बाढ़ राहत शरणालयों के अलावा मेडिकल की मोबाइल एम्बूलेन्स भी तैनात की गई है और सभी राहत शरणालयों पर सर्पदंश की औषधि सहित सभी आवश्यक दवाएं, खानपान की वस्तुओं, मोमबत्ती, माचिस, विद्युत व्यवस्था सहित अन्य सभी चीजें तत्काल प्रभाव से व्यवस्थित कराने के निर्देश एसडीएम व रिस्क्यू टीम को दे दिए गए हैं। मण्डलायुक्त ने डीएम के अनुरोध पर मण्डल के जनपदों से अतिरिक्त मजिस्ट्रेटों की तैनाती के आदेश दिए हैं। डीएम श्री निरंजन ने बताया कि गांवों में पानी प्रवेश करने की दशा में तत्काल प्रभाव से 13 गांवों सहित कुल 42 गांव प्रभावित होगें। तत्काल प्रभावित होने वाले गांवों के लोगों को बाढ़ शरणालयों में शिफ्ट करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने बाढ़ राहत कार्य में आवश्यकता पड़ने पर सेना की मदद के लिए शासन को पत्र लिखकर अनुमोदन प्राप्त कर लिया है जरूतर पड़ने पर सेना की भी मदद ली जाएगी।