सचिन तेंदुलकर ने शोभा डे को ओलिंपिक खिलाड़ियों की आलोचना पर दिया करारा जवाब
नई दिल्ली: लेखिका शोभा डे की ओर से भारतीय खिलाड़ियों के ओलिंपिक में प्रदर्शन को लेकर की गई तीखी और विवादित टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना का दौर जारी है. कई सेलेब्रिटीज और खिलाड़ियों ने शोभा के ट्वीट की आलोचना की है. अब भारतीय ओलिंपिक दल के समर्थन में मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी उतर गए हैं.
सचिन तेंदुलकर ने रियो से लौटने के बाद कहा है कि हमें खिलाड़ियों की मेहनत का समामन करना चाहिए और उनके समर्थन में खड़ा होना चाहिए, न कि आलोचना करना चाहिए, क्योंकि इससे उनका मनोबल गिरेगा. कोई भी खिलाड़ी हारना नहीं चाहता. वह हमेशा खिलाड़ियों के समर्थन में खड़े हैं. जानिए सचिन ने रियो में भारत के प्रदर्शन को लेकर और क्या कहा और क्यों खड़ा हो गया था शोभा के ट्वीट पर विवाद…
खिलाड़ियों की मेहनत का सम्मान करें
सचिन तेंदुलकर को रियो ओलिंपिक के लिए भारतीय दल का सद्भावना दूत बनाया गया था. रियो से लौटने के बाद सचिन तेंदुलकर ने बुधवार को कहा कि भारतीय होने के नाते हमें रियो में भाग ले रहे अपने खिलाड़ियों की मेहनत और लगन का सम्मान करना चाहिए.
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान सचिन ने कहा, ‘मैं एक दिन पहले ही रियो से लौटा हूं. मैंने खिलाड़ियों के साथ समय बिताया है. मैंने उनके मुकाबले देखे और उनकी हौसलाअफजाई की. मैं मानता हूं कि भारतीय खिलाड़ियों का वक्त अच्छा नहीं चल रहा है, लेकिन यह हमेशा नहीं रहेगा.’
मैं हमेशा समर्थन में खड़ा हूं- सचिन
सचिन ने कहा, ‘एक खिलाड़ी होने के नाते मैं अच्छी तरह जानता हूं कि ओलिंपिक में हिस्सा लेने के लिए किस स्तर की मेहनत और लगन की जरूरत पड़ती है और इसीलिए मैं खिलाड़ियों के सम्मान और समर्थन के लिए हमेशा खड़ा रहूंगा.’
सचिन का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब रियो में पदक के लिए संघर्ष कर रहे भारतीय खिलाड़ियों को लेकर कुछ अपमानजनक और विवादस्पद बयान दिए गए हैं.
शोभा ने कहा- ओलिंपिक में खिलाड़ी सेल्फी लेने जाते हैं
दरअसल सोमवार शाम को लेखिका शोभा डे ने ट्वीट किया था, ‘टीम इंडिया का ओलिंपिक में लक्ष्य : रियो जाओ, सेल्फी लो, खाली हाथ वापस आओ. पैसे और अवसर की ये कैसी बर्बादी है!’
इससे पहले शोभा डे ने 7 अगस्त को भी ऐसा ही एक ट्वीट करके कहा था, ‘आखिर हम ओलिंपिक्स को लेकर इतना परेशान क्यों रहते हैं?’
इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर शोभा निशाने पर आ गईं. यहां तक कि शूटर अभिनव बिंद्रा ने भी ट्विटर पर उनकी इस बात का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि आपको अपने एथलीट्स पर गर्व होना चाहिए.
शोभा से एक खिलाड़ी ने यह कहा-
इंडियन हॉकी टीम के पूर्व कप्तान वीरेन रस्किना ने ट्वीट करके कहा, ‘मिसेज डे, कृपया हॉकी के मैदान पर आप 60 मिनट दौड़ कर दिखाओ और अभिनव व गगन की तरह राइफल पकड़कर दिखाओ. यह उससे कहीं ज्यादा मुश्किल है जितना कि आप सोचती हैं.’
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले दिग्गज बल्लेबाज सचिन ने कहा, “मैं हमेशा इन खिलाड़ियों के समर्थन में खड़ा रहूंगा. मैं जानता हूं कि इस स्तर तक पहुंचने के लिए खिलाड़ी कई साल मेहनत करते हैं. जो हो रहा है वह उनके लिहाज से भी अच्छा नहीं है और ऐसे में उन्हें हमारे समर्थन की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि अगर हमारा समर्थन जारी रहा, तो वे निश्चित तौर पर बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे.”
सचिन के अलावा सलमान खान, अभिनव बिंद्रा और ए.आर. रहमान को भी भारतीय प्रतिनिधमंडल का सद्भावना दूत बनाया गया है.