अद्धयात्म

बजरंग बाण के पाठ से हनुमान भक्त की शक्ति बढ़ जाती है

l_2-1472494844_57c4ca069bebbशास्त्रों के अनुसार मंगलवार ‘पवनपुत्र’ हनुमान का दिन माना गया है। हनुमानजी के कई मंत्र प्रचलित हैं, लेकिन ऐसे कई मंत्र हैं जो कभी खाली नहीं जाते। उन्हीं मंत्रों में से एक है बजरंग बाण। वैसे तो बजरंग बाण का नियमित पाठ करना चाहिए, अगर कोई किसी वजह से नियमित पाठ नहीं कर पाते हैं तो मंगलवार को अवश्य पाठ करना चाहिए। 

ज्योतिष की मानें तो बजरंग बाण के पाठ से हनुमान भक्त की शक्ति इतनी बढ़ जाती है कि उनके पीठ पीछे भी उनका कोई नुकसान नहीं कर पाता है। जानते हैं, इस बाण की महिमा से जुड़ी खास बातें… 

अगर किसी प्रकार के ग्रहदोष से पीडि़त हों, तो सुबह बजरंग बाण का पाठ, आटे के दीप में लाल बत्ती जलाकर करें। ऐसा करने से ग्रह दोष पल भर में टल जाएगा। इतना ही नहीं, अगर शनि, राहु,केतु जैसे ग्रहों की दशा, महादशा चल रही हो तो उड़द दाल के 21 या 51 बड़े एक धागे में माला बनाकर चढ़ाएं। 

साथ ही, तिल के तेल का दीपक जलाकर मात्र तीन बार बजरंग बाण का पाठ करें। परेशानी दूर हो जाएगी। कोई व्यक्ति विवाह की बाधा से परेशान हैं तो कदली वृक्ष के नीचे बजरंग बाण का पाठ करने से विवाह की बाधा खत्म हो जाएगी। यहां तक की इस पाठ से तलाक तक टल जाता है। 

आमतौर पर पेट की बीमारी भी मंगल की वजह से होते हैं। अगर इस तरह के रोग से मुक्ति पानी हो तो हनुमानजी को 21 पान के पत्ते की माला चढ़ाते हुए पांच बार बजरंग बाण पढऩा चाहिए। पाठ राहुकाल में ही करें। इतना ही नहीं, कई बार गंभीर बीमारी में दवा फायदा नहीं करती। ऐसे में बजरंग बाण का पाठ करने से दवा धीरे-धीरे असर करने लगती है। 

अगर नौकरी छूटने का डर हो या छूटी हुई नौकरी दोबारा पानी हो तो बजरंग बाण का पाठ रात में नक्षत्र दर्शन करने के बाद करें। इसके लिए आपको मंगलवार का व्रत भी रखना होगा। घर में वास्तुदोष के चलते कई समस्या आती रहती हैं। ऐसे में वास्तुदोष दूर करने के लिए तीन बार बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए। हनुमानजी को लाल झंडा चढ़ाने के बाद उसे घर के दक्षिण दिशा में लगाने से भी वास्तुदोष से मुक्ति मिलती है।

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