शंकराचार्य के निशाने पर आई मोदी सरकार
हरिद्वार : गौमांस के विक्रय में भारत समूचे विश्व में पहले स्थान पर है सरकार स्वयं ही गौमांस के निर्यात को सब्सिडी देकर बढ़ावा दे रही है। यह कहना रहा द्वारका और शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का। उन्होंने कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि गाय का पूजन करने वाले जो सरकार में बैठे हैं वे ही गाय का मांस निर्यात कर विदेशी मुद्रा कमाने में लगे हैं।
दरअसल हरिद्वार में आयोजित किए गए कार्यक्रम में शंकराचार्य द्वारा कहा गया कि देश में कई राज्यों में गौ हत्या को प्रतिबंधित कर दिया गया है मगर इसके बाद देश विश्व में गौमांस के विक्रय में पहले क्रम पर है। विडंबना तो यह है कि देश के लोग गाय को माता मानते हैं उसका पूजन करते हैं मगर सरकार इन सभी बातों के विपरीत गौमांस का विक्रय करने के साथ विदेशी मुद्रा कमाने में लगी हुई है।
शंकराचार्य ने इस मामले में कहा कि सरकार लोगों का हित ध्यान में रखने के स्थान पर पैसा कमाने का ही प्रयास कर रही है। शंकराचार्य ने कहा कि स्मार्ट सिटी का उल्लेख करते हुए शंकराचार्य द्वारा कहा गया कि इस तरह के शहरों का क्या औचित्य है, यहां गायों के लिए कोई स्थान नहीं है। उनके द्वारा देश की कई नदियों में बांध बनाकर विद्युत उत्पन्न करने और इससे पैसा कमाने का आरोप भी लगाया।
इसके कारण नदियों का पानी काफी दूषित हो रहा है। शंकराचार्य ने कहा कि वर्तमान में गोबर का प्रयोग कहीं देखने को नहीं मिल रहा है। रासायनिक खान का उपयोग किया जाता है इससे प्रदूषण ही हो रहा है जबकि गोबर की खाद जो बहुत उपयुक्त है पोषक है उसका उपयोग कोई भी नहीं करता है।