गुवाहाटी। मानहानि के एक मामले में कोर्ट में पेशी के लिए गुवाहाटी पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (आरएसएस) पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने आरएसएस के विचार को बांटने वाली विचारधारा करार दिया है। राहुल के मुताबिक संघ की विचारधारा देश को बांटने वाली है और इसी विचारधारा से मेरी लड़ाई है। साथ ही उन्होंने प्यार और सम्मान के लिए उन्होंने गुवाहाटी के लोगों को धन्यवाद दिया है। राहुल ने आगे कहा है कि मेरा काम गरीबों की मदद करना है। और मेरे काम को रोकने के लिए ये लोग जितने चाहें केस लगाएं, जितना मुझे रोकने की जाएगी उतना ही मैं काम करूंगा।
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवी अंजन बोरा ने पिछले साल राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया था। और इस मामले में कामरुप जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की कोर्ट ने राहुल गांधी को पेश होने के लिए समन जारी किया था।
आरएसएस के स्वयंसेवी बोरा ने राहुल गांधी के खिलाफ कथित तौर पर आरएसएस की छवि धूमिल करने के लिए मानहानि का मामला दर्ज कराया है। अंजन बोरा ने गुवाहाटी के सीजेएम की अदालत में आपराधिक मानहानि से संबंधित भारतीय दंडसंहिता की धारा 499 और 500 के तहत राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है। बोरा का आरोप कि राहुल ने मीडिया के समक्ष कहा था कि उन्हें पिछले साल दिसंबर में आरएसएस सदस्यों ने ‘बारपेटा सत्र'(एक संस्थान) में प्रवेश नहीं करने दिया था।
बोरा ने कहा कि राहुल पिछले साल 12 दिसंबर को 15वीं सदी के बारपेटा सत्र का दौरा करने वाले थे, लेकिन उन्होंने सत्र में शामिल न होने का निर्णय लिया और इसके बदले उन्होंने बारपेटा शहर में एक रैली में हिस्सा लिया। बोरा ने कहा कि हालांकि, राहुल ने नई दिल्ली में मीडिया से कहा कि उन्हें आरएसएस सदस्यों ने सत्र में प्रवेश नहीं करने दिया। बोरा ने साथ ही कहा कि आरएसएस सत्र का संचालन नहीं करता, इसलिए वह राहुल को रोक नहीं सकता था।