उत्तर प्रदेश
आर्मी की पोस्ट पर हमला, 10 जवान शहीद
NEW DELHI: ARMY चाहे INDIA की हो या दुनिया में कहीं की भी, हालात वही हैं। सेना पर हमले पूरी दुनिया में हो रहे हैं। पूरी दुनिया के जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो रहे हैं।
बुधवार को सीरिया के सैनिकों पर हुए हमले में 10 सैनिक शहीद हो गए हैं। और ये हमला और किसी ने नहीं बल्कि अमेरिका की अगुवाई वाले नाटो ने किया। रूस ने कहा है कि इन हमलों में कम से कम 62 सैनिक मारे गए हैं।
रूस ने लगाए आरोप
ये हमले एक ऐसे समय पर हुए हैं, जब सीरिया में पांच वर्ष से चले आ रहे गृह युद्ध में हो रहे रक्तपात को रोकने के लिए लगाए गए कमजोर संघषर्विराम को एक सप्ताह से भी कम समय हुआ है। रूस ने आरोप लगाया है कि नरमपंथी विद्रोही संघषर्विराम को विफल कर रहे हैं।
क्या बोला अमेरिका
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह से लड़ रहे अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन ने शायद सीरियाई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। पेंटागन ने एक बयान में कहा कि गठबंधन के बलों को लगा कि वे आईएस के लड़ाकू ठिकानों पर हमला कर रहे हैं।
गठबंधन ने तब अपने हवाई हमले तुरंत रोक दिए जब रूसी अधिकारियों ने गठबंधन के अधिकारियों को बताया कि जिन कर्मियों और वाहनों को निशाना बनाया गया है वे संभवत: सीयिराई सेना के हैं।
रूस की संयुक्त राष्ट्र से अपील
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की आपात बैठक बुलाने की गुजारिश की है जिसके बारे में राजनयिकों ने कहा कि वह कल अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सात 11 बजकर 30 मिनट पर शुरू होनी थी।
सीरिया के समूह ने कहा 83 सैनिक मारे गए
सीरियाई ऑब्जर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स निगरानी समूह ने 83 सैनिकों के मारे जाने का आंकड़ा दिया है। इसने पुष्टि की है कि अमेरिका की अगुवाई वाले गठबंधन ने हमला किया था।
रूसी सेना ने एक बयान में कहा है कि इन हमलों में 62 सीरियाई सैनिक मारे गए हैं जबकि 100 अन्य जख्मी हुए हैं