HINDON AIR BASE। आज INDIA के दुश्मन वायुसेना के लड़ाकू विमानों की सैन्य ताकत को देखकर दांतों तले उगंलियां दबाने को मजबूर हो जाएंगे।
गांजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर आज एयरफोर्स अपनी 84वीं वर्षगांठ मना रही है। भारत के सबसे ताकतवर प्लेन सुखोई ने सबसे पहले उड़ान भरी है। आज पूरी दुनिया वायुसेना की ऐसी ताकत देखेगी।
सचिन भी रहेंगे मौजूद
इस कार्यक्रम में देश के सबसे उन्नत किस्म के लड़ाकू विमान अपना जौहर दिखाएंगे। 8 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के भी शामिल होने की संभावना है। दरअसल सचिन भारतीय वायुसेना में मानद ग्रुप कैप्टन हैं। सचिन को यह सम्मान 2010 में दिया गया था।
कैसा होगा कार्यक्रम
इस कार्यक्रम में सेना के तीनों प्रमुखों समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही अन्य देशों के सेना प्रमुख भी शामिल होते हैं, जो भारतीय वायुसेना के करतब के रोमांच का दीदार करते हैं। कार्यक्रम में आम से लेकर खास के बैठने की व्यवस्था की जाती है।
ऐसे होती है शुरूआत
कार्यक्रम की शुरुआत आकाश गंगा टीम के स्काई ड्राइवर द्वारा तिरंगे की रंगों वाला पैराशूट उतरने से होती है। इसके बाद लड़ाकू विमानों के करतब को दिखाया जाएगा। यह इस कार्यक्रम की सबसे रोचक हिस्सा होता है। जहां सभी दर्शक लड़ाकू विमानों सैन्य ताकत देखकर दंग रह जाते हैं।
सर्जिकल स्ट्राइक में वायुसेना का अहम योगदान
इस बार की वायु सेना दिवस ऐसे मौके पर हो रहा है, जब भारतीय सेना द्वारा उड़ी हमले के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया है। सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर का अहम योगदान था।
ऐसे में इस बार के वायु सेना में सैनिकों का उत्साह देखने वाला होगा। वहीं भारत ने फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान का सौदा और रुस के साथ मिलकर बनने वाले फाइटर प्लेन भी वायु सेना के उत्साह को बढ़ाने का काम करेंगे।