स्कूल का गेट बंद कर प्रदर्शन, स्टूडेंट्स और टीचर सड़क पर, 32 पर केस
गौरतलब है कि पिछले दिनों मौली गांव के सरकारी स्कूल में पहली कक्षा के बच्चे आर्यन की तीन बच्चों ने पिटाई कर बाथरूम में बंद कर दिया था। बच्चा बेहोशी की हालत में मिला था। उसके पैरों की
हड्डियां टूट गई थीं। आर्यन 18 दिन तक सेक्टर 32 अस्पताल में भर्ती रहा। बच्चे के परिजन और रिश्तेदार इस मामले में स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले
को लेकर शुक्रवार सुबह लोगों ने स्कूल पहुंचकर गेट बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। गेट बंद होने के कारण बच्चे और स्टाफ स्कूल के भीतर नहीं जा पाए। टीचरों ने बच्चों को फुटपाथ पर बैठाया।
इसकी सूचना मिलते ही यूटी कैडर एंप्लाइज यूनियन के प्रधान स्वर्ण सिंह कंबोज, महासचिव राकेश पुरी, परजीत सिंह, क्लोज यूनियन के विपिन शेर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि
प्रिंसिपल का तबादला करवाकर बच्चे के इलाज का सारा खर्च प्रिंसिपल से दिलवा दी जाएगी। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। इसके बाद फिर 10 बजे डीईओ विनय आर सूद मौके पर पहुंची। और
मनाने का प्रयास किया। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। जब मौली जागरां पुलिस को सूचना दी गई। प्रदर्शनकारियों के न मानने पर थाना प्रभारी बलदेव कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने 14 महिलाओं सहित
32 प्रदर्शनकारियों क ो बलपूर्वक उठाकर गाड़ी में बैठा दिया। इस तरह करीब साढ़े 10 बजे बच्चे और टीचर क्लास रूम में घुस पाए। पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।