कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दलाली वाले बयान पर सियासत गरमा गई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने सेना की वीरता का अपमान किया है। इस पर कांग्रेस ने कहा कि शाह सेना के त्याग का राजनीतिक फायदा हासिल करने के लिए झूठ का सहारा ले रहे हैं और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
पहली बार नियंत्रण रेखा के पार लक्षित हमला किए जाने के भाजपा के दावों को झुठलाते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पूर्व थलसेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह के एक इंटरव्यू का वीडियो चलाया। इस वीडियो में सिंह ने दावा किया कि भारतीय थलसेना ने एक बार नहीं बल्कि कई बार नियंत्रण रेखा के पार ऐसे हमले किए हैं।
सुरजेवाला ने कहा, अमित शाह ने देश को गुमराह करने की कोशिश की है, देश से झूठ बोला है, हमारे सैन्य बलों का अपमान किया है और सैनिकों के त्याग को नीचा दिखाने की साजिश की है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि अमित शाह मीडिया के सामने देश को गुमराह करने की कोशिश करने के लिए देश के 125 करोड़ लोगों के साथ-साथ भारतीय थलसेना से भी माफी मांगें।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो हम प्रधानमंत्री से पूछना चाहेंगे कि क्या वह अमित शाह और रविशंकर प्रसाद से सहमत हैं, दोनों ने सेना की बहादुरी और बलिदान का घोर अपमान किया है ।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि मोदी, शाह और मनोहर पर्रिकर को सैनिकों की बहादुरी का राजनीतिक फायदा उठाने की बजाय अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हरकतों पर देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन माफी मांगने की बजाय अमित शाह एक कदम और आगे बढ़ गए। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने सैन्य बलों की बहादुरी और बलिदान को भाजपा ने राजनीतिक रंग में रंगने का अपराध किया है ।
चौतरफा घिरे राहुल गांधी
अरविंद केजरीवाल ने भी राहुल को आड़े हाथ लिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने राजनीतिक पार्टियों से अपील की कि वे अपने मतभेद भुलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ दें।
कांग्रेस की पूर्व सहयोगी एनसीपी ने भी मोदी सरकार पर जवानों की खून की दलाली का आरोप लगाने वाले राहुल के बयान को खारिज किया।
बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन में कांग्रेस के साझेदार राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भी राहुल के दलाली वाले बयान से असहमति जताते हुए कहा कि वह अपनी बात ठीक से नहीं रख पाए। लालू ने कहा, राहुल गांधी को अपनी बात ठीक से रखनी नहीं आई।
इससे पहले, भाजपा प्रमुख शाह ने कहा, खून की दलाली वाली बात कह कर राहुल गांधी ने सारी हदें लांघ दी। यह हद थी। ऐसे शब्दों को चुन कर उन्होंने हमारे सैनिकों की बहादुरी और भारत के 125 करोड़ लोगों का अपमान किया है ।
लक्षित हमलों की प्रामाणिकता पर सवाल खड़े करने वालों को भारत विरोधी नेता करार देते हुए शाह ने कहा, पूरा देश, भाजपा और उसकी सरकार सेना के साथ खड़ी है। हम भारत विरोधी नेताओं की टिप्पणियों पर यकीन नहीं करते। हम सेना की गोलियों पर यकीन करते हैं।
राहुल गांधी ने दी सफाई
पीएम मोदी पर किए गए जुबानी हमले के बाद बैकफुट पर नजर आ रहे राहुल ने कहा कि उन्होंने स्पष्ट तौर पर सेना की कार्रवाई का समर्थन किया है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कई ट्वीट कर कहा, मैं लक्षित हमलों का पूरा समर्थन करता हूं और मैंने स्पष्ट तौर पर यह बात कही है। लेकिन मैं देश भर में राजनीतिक पोस्टरों और प्रचार में भारतीय सेना के इस्तेमाल का समर्थन नहीं करूंगा ।
गुरुवार को मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा था कि वह सैनिकों के खून के पीछे छुप रहे हैं और उनके खून की दलाली कर रहे हैं। राहुल ने कहा था, जिन्होंने हिंदुस्तान के लिए सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं, उनके खून के पीछे आप छुपे हैं। उनकी आप दलाली कर रहे हो। ये बिल्कुल गलत है।
जवानों के त्याग का श्रेय लेना गलतः कपिल सिब्बल
राहुल के बचाव में आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि जब पार्टी उपाध्यक्ष ने कहा था कि मोदी ने आखिरकार एक सच्चे प्रधानमंत्री की तरह काम किया, तो उस वक्त उन्होंने प्रधानमंत्री की तारीफ की थी।
अमित शाह पर हमला बोलते हुए सिब्बल ने कहा, हम हमलों का बचाव करते हैं, लेकिन यह दुष्प्रचार रोकिए। जवानों के त्याग का श्रेय लेना गलत है। उन्होंने कहा, जो जेल में थे, जिन्हें तड़ीपार किया गया था, जिन पर हत्या के आरोप थे, वे हमें बता रहे हैं कि हमने गलत किया।