आज फिर से मुंबई में खुलेगा 100 साल पुराना रॉयल ओपेरा हाउस
मुंबई। मुंबई के गिरगांव चौपाटी की चर्नी रोड़ पर पिछले 100 सालों से खड़ी एक इमारत आज फिर खुलने जा रही है। पिछले 23 साल से बंद इस इमारत का नाम रॉयल ओपेरा हाउस है जिसे 1993 में बंद कर दिया गया था। पिछले आठ सालों से जारी रिस्टोरेश का काम अब खत्म हो चुका है और गुरुवार रात इसकी रि-ओपनिंग होगी।
ब्रिटिश काल में बना यह ओपेरा हाउस फिर से खुलने के बाद उस समय की याद दिलाएगा। खबरों के अनुसार री-स्टोरेशन के दौरान पूरी कोशिश की गई है कि यह बिल्कुल वैसा ही नजर आए जैसा यह पहले था।
ओपेरा हाउस के रि-स्टोरेशन का काम कर रही आर्किटेक्ट आभा नारायण के अनुसार इमारत के ओरिजनल आर्किटेक्ट को कुछ नहीं किया गया है, दुनियाभर से बुलाए गए सामान की मदद से इसे बड़ी मेहनत से फिर तैयार किया गया है। मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेजेज के फिल्म फेस्टिवल के साथ ही इस 574 सीट वाले थ्री-टीयर ऑडीटोरियम को खोल दिया जाएगा।
1952 में गोंडल के महाराज ने खरीदा था
इस आपेरा हाउस को 1952 में गोडल के महाराज ने खरीदा था। 2010 में उनके बेटे श्री ज्योतींद्र सिंह जी ने इसके री-स्टोरेशन की अनुमति दी थी। गुरुवार को गोंडल के महाराजा और महारानी इस ओपेरा हाउस में मुंबई में जन्में ब्रिटिश सोप्रानो पेट्रिसिया रोजारियो का एक प्रायवेट शो होस्ट करेंगे। शनिवार को एक अन्य ओपेरा इवेंट के बाद यह पूरी तरह से खाली हो जाएगा।
गोंडल की महारानी कुमुद कुमारी के अनुसार यह हमारे लिए शानदार पल है जब ओपरा हाउस फिर से अपने असली वैभव को प्राप्त करेगा। मुंबई को प्ले और इस तरह के दूसरे इवेंट्स के लिए जगह चाहिए थी। हमने भविष्य में यहां कैफे और फाइन डाइन रेस्टोरेंट का प्लान भी किया है।
1911 में किंग जॉर्ज पंचम ने किया था उद्घाटन
ब्रिटिश राज में इस ओपेरा हाउस का काम 1909 में शुरू हुआ और 1911 में किंग जॉर्ज पंचम ने इसका उद्घाटन किया था। हालांकि तब इसका काम जारी था और यह 1912 में पूरी तरह बनकर तैयार हुई। इसके बारोक को कोलकाता के कोल व्यापारी जहांगिर कारका और एंटटेनर मॉरिक ई बेंडमेन द्वारा डिजाइन किया गया था। इसकी बनावट में यूरोपियन और भारतीय शैली की झलक मिलती है।
रेड एंड गोल्ड कलर थीम पर बने इंटिरियर में ओरिजनल बॉक्स फ्रेम सीट्स लगी हैं। इस ओपरा हाउस में प्रथ्वीराज कपूर द्वारा भी प्ले किए गए हैं। 1935 में इसे सिनेमा में कन्वर्ट कर दिया या और उसके बाद यहां कई ब्लॉकबस्टर फिल्में मसलन अमर, अकबर एंथनी, गंगा जमुना, रोटी कपड़ा और मकान जैसी फिल्में दिखाई गईं। 1952 में इसे गोंडल के महाराजा ने खरीद दिया। 2004 में इसे दुनिया के सबसे ज्यादा खतरे में पड़े मॉन्यूमेंट् में शामिल किया गया जिसके बाद 2009 में रॉयल परिवार ने इसे रीस्टोर करवाने का निर्णय लिया।