हिलेरी जीतें या ट्रंप, अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में बनेंगे ये 6 रिकॉर्ड
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को वोट डाले जाएंगे। चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन के बीच कांटे का मुकाबला है। चुनाव परिणाम अगले दिन आ सकता है।
हिलरी और ट्रंप में से कोई भी चुनाव जीते, कई रिकॉर्ड बनने तय हैं। चुनाव से ठीक पहले आए विभिन्न सर्वेक्षणों में हिलेरी ट्रंप पर कुछ अंकों की बढ़त बनाए हुए हैं। चुनाव प्रचार के दौरान हिलेरी और ट्रंप की तरफ से एक दूसरे पर निजी आरोप तक लगाए गए।
6 रिकॉर्ड, जो बनेंगे
1- हिलेरी जीतीं तो पहली बार कोई महिला राष्ट्रपति
हिलेरी चुनाव जीतीं तो अमेरिका को पहली महिला राष्ट्रपति मिलेगी। वह पहले ही किसी मुख्य पार्टी की पहली महिला उम्मीदवार हैं। इससे पहले 2008 में रिपब्लिकन प्रत्याशी जॉन मैक्केन ने सारा पॉलिन को उप राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह चुनाव हार गए।
2- न्यूयॉर्क से जुड़ाव
1944 के बाद यह पहला मौका है जब न्यूयॉर्क के दो दिग्गजों के बीच राष्ट्रपति चुनाव में मुकाबला है। तब फ्रेंकलिन डी रूजवेल्ट और थामस ई डिवे में मुकाबला हुआ था। 71 साल में यह पहली बार होगा जब न्यूयॉर्क का कोई निवासी राष्ट्रपति बनेगा।
3- उम्र का रिकॉर्ड
14 जून को 70वां जन्मदिन मनाने वाले ट्रंप जीते तो सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे (रीगन 69 साल में राष्ट्रपति बने थे)। 26 अक्तूबर को 69 साल की हुईं हिलेरी जीतीं तो दूसरी सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगी। वह 1841 में राष्ट्रपति बने विलियम हैरीसन का रिकॉर्ड तोड़ेंगी। हैरीसन अमेरिका के बाहर जन्मे आखिरी राष्ट्रपति थे।
4- धन का रिकॉर्ड
अगर ट्रंप जीते तो 2000 के बाद यह किसी विजयी प्रत्याशी का सबसे कम चुनाव खर्च होगा। 80 करोड़ डॉलर के प्रचार खर्च में ट्रंप ने 50 करोड़ डॉलर अपनी जेब से दिए हैं। जबकि हिलेरी का प्रचार खर्च रिकॉर्ड 1.3 अरब डॉलर तक पहुंच गया है।
5- हिलेरी जीतीं तो डेमोक्रेट के सबसे लंबे शासन का रिकॉर्ड
हिलेरी जीतीं तो 150 साल बाद एक डेमोक्रेट राष्ट्रपति से दूसरे डेमोक्रेट को सत्ता मिलने का नया रिकॉर्ड बनेगा। इससे पहले दो बार ऐसा हुआ है। वर्ष 1861 में आखिरी बार ऐसा हुआ था।
6- अनुभव का मामला
ट्रंप जीते तो 60 सालों में ऐसा शख्स राष्ट्रपति बनेगा, जो कभी गवर्नर या संसद का सदस्य नहीं रहा। 1953 में राष्ट्रपति बने आइजनहावर द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र देशों की सेनाओं के कमांडर थे। जबकि 40 सालों के राजनीतिक अनुभव वाली हिलेरी जीतीं तो लंबे समय से सियासी सक्रियता का रिकॉर्ड बनेगा।