1978 में बंद हुए थे 5000 के नोट, अब कीमत है 30 लाख रुपये से ज्यादा
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की आधी रात से 500-1000 के नोट पर बैन लगा दी। जिसके बाद से पूरे देश में अफरा तफरी का माहौल है। ATM के बाहर लंबी-लंबी लाइन लग रही हैं। शुक्रवार को पैसे निकालने के लिए लाइने लगे एक व्यक्ति की मौत हो गई। ATM में पैसे नहीं है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
1978 में मोरारजी देसाई सरकार ने भी बड़े नोट को बैन कर दिया था। जिन लोगों ने 1978 में बंद हुए 1000, 5000 और 10000 को बचाकर रखा उनके लिए एक अलग अनुभव है। 1000, 5000 और 10000 के नोटों को जब चलन से बाहर कर दिया तो यह उसी साल बेकार हो गए। इनकी कीमत 100 रुपये भी नहीं रह गई।
1000 के नोट की कई बार बोली लगी इसमें एक हजार के एक नोट की कीमत 2.4 लाख रुपये तक पहुंच गई। 5000 और 10,000 के नोटों का ऑक्शन नहीं हुआ। मेरू का मानना है कि एक हजार के पुराने नोट की कीमत पांच लाख रुपये तक हो सकती है। नोटों का ऑक्शन लीगल होने के बाद सन 2000 से 200 बोलियां लग चुकी हैं।
5,000 और 10,000 के नोटों का ऑक्शन नहीं होता इनको प्राइवेट में सेल किया जाता है। इनकी कीमत करीब 20 लाख रुपये तक होती है। मेरू का कहना है कि अगर इन नोटों की भी नीलामी की जाए तो इनका बेस प्राइस ही 30 लाख रुपये के करीब होगा और ऑक्शन तो कहीं ज्यादा में होगा।