गाजियाबाद। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कर लिया और मामले की जांच के लिए 2० अधिकारियों की टीम भेजने जा रही है। यह जानकारी सीबीआई के प्रमुख रंजीत सिन्हा ने दी। 27 मई को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के कटरा सदातगंज गांव में 14 और 15 साल की दो चचेरी बहनों से कथित तौर पर दुष्कर्म के बाद उन्हें पेड़ से फंदे में लटका पाया गया था। इस घटना के बाद पूरे देश में उबाल आ गया था। गाजियाबाद स्थित सीबीआई अकादमी में एजेंसी के 17वें बैच के अधिष्ठापन समारोह में भाग लेने आए सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा ने संवाददाताओं से कहा ‘‘केंद्र सरकार से हमें अधिसूचना मिल चुकी है और बदायूं दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों समेत विशेष अपराध शाखा के एक दल का नेतृत्व पुलिस उपमहानिरीक्षक मधुकर तिवारी करेंगे। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा ‘‘शुक्रवार को दल उत्तर प्रदेश के लिए रवाना होगा। जांच दल को साजो-सामान मुहैया कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से गुजारिश की गई है।’’ एक अधिकारी ने कहा कि विशेष अपराध शाखा सीबीआई का ही एक हिस्सा है। एजेंसी आरोपियों की हिरासत की भी मांग करेगी जिन्हें इस मामले से जुड़े होने पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। राज्य पुलिस ने सात लोगों पर मामला दर्ज किया है। सात आरोपियों में से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसमें से दो छत्रपाल यादव और सुरेश यादव सिपाही हैं जबकि तीन अन्य भाई हैं। गिरफ्तार तीन भाइयों में पप्पु अवधेश और उर्वेश यादव हैं।