गोवा में भाजपा की सरकार के एक सहयोगी दल ने गुरुवार को कहा कि यदि भाजपा चाहती है कि सत्तारूढ़ गठबंधन जारी रहे तो वह मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर को हटाए और एक नया मुख्यमंत्री नियुक्त करे। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के अध्यक्ष दीपक धावलिकर ने यहां मीडिया से कहा, “पारसेकर हमलोगों पर थोपे गए हैं। यदि इस गठबंधन को अगले चुनाव में भी कायम रखना है तो एक नए मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जानी चाहिए।”
धावलिकर ने कहा, “जब वर्ष 2012 में गठबंधन की बातचीत जारी थी तब हमलोगों ने जोर दिया था कि मनोहर पर्रिकर को मुख्यमंत्री होना चाहिए। लेकिन, जब वह रक्षा मंत्री बन गए तो हमलोगों की इच्छा के विपरीत पारसेकर को हमलोगों पर थोप दिया गया।”
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के साथ गठबंधन कायम नहीं रहा तो उनकी पार्टी प्रदेश की सभी 40 विधानसभा सीटों पर लड़ने के लिए स्वतंत्र है।
धावलिकर भाजपानीत गठबंधन सरकार में मंत्री हैं। इससे पहले उन्होंने अपनी क्षेत्रीय पार्टी की केंद्रीय कमेटी की बैठक में भाग लिया। इस संवाददाता सम्मेलन में पोंडा के विधायक लावु मामलेदर भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि पारसेकर के ढाई वर्ष के मुख्यमंत्रित्व काल में गोवा 10 साल पीछे चला गया है।
पारसेकर को 2014 के नवंबर में तब मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को मोदी सरकार में रक्षा मंत्री बना दिया गया था।
अगले वर्ष की शुरुआत में संभावित विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा और एमजीपी के बीच राजनीतिक तकरार हाल के दिनों में बढ़ गई है।
भाजपा को विधानसभा में 21 सदस्यों के साथ साधारण बहुमत है। एमजीपी के तीन विधायक हैं। इनमें से दो कैबिनेट मंत्री हैं। एमजीपी कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन में भी वर्ष 2007 से 2012 तक सदस्य रही है।
धावलिकर ने आठ नवंबर को केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले की भी आलोचना की थी।