गोरखपुर के सांसद और भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने तीन तलाक पर इलाहाबाद हाइकोर्ट की टिप्पणी का स्वागत किया है। नेता योगी आदित्यनाथ कहा कि न्यायालय ने तीन तलाक पर जो टिप्पणी की है वह स्वागत योग्य और भेदभाव को मिटाने वाला है।
योगी आदित्यनाथ बोले, मोदी सरकार में सबको न्याय मिलेगा
न्यायालय की टिप्पणी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का संविधान जाति, मत, मजहब अथवा लिंग के आधार पर अपने किसी भी नागरिक के साथ कोई भेदभाव नहीं करता तो फिर कैसे लोकतांत्रिक प्रणाली में तीन तलाक के आधार पर एक बड़ी आबादी को न्याय से वंचित कर दिया जा रहा है। आज जब दुनिया के 21 बड़े मुस्लिम देशों ने तीन तलाक की कुप्रथा को पूरी तरह प्रतिबंधित किया है तो भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में क्यों खत्म नहीं किया जा सकता।
उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर यह प्रतिबंध भारत में क्यों नहीं ? तीन तलाक व चार विवाह की कुप्रथा पूरी तरह असंवैधानिक, अव्यवहारिक, बर्बर एवं अमानवीय है। इसे जितनी जल्दी हो प्रतिबंधित किया ही जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के आधार पर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने की ठानी है। आखिर किसी बर्बर परम्परा की वजह से देश की ढेर सारी आबादी को न्याय से वंचित क्यों रखा जाये। मोदी सरकार में सबको न्याय मिलेगा। न्यायालय ने भी टिप्पणी कर साफ कर दिया है कि तीन तलाक किसी भी सूरत में न्यायोचित नहीं।
गौरतलब है कि कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान तीन तलाक पर अपना मत जाहिर करते हुए कहा था कि तीन तलक महिलाओं के लिए क्रूरहै। हालांकि इस याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने शादी व तलाक की वैधता पर भी कोई फैसला नहीं दिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद तीन तलाक को लेकर बहस तेज हो गई है।