नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से आयकर विभाग ने लगातार छापे मारकर कालेधन को जब्त कर रही है। अब तक 200 जगाहों पर छापे मारकर कालेधन को जब्त कर लिया गया है। इसमें खास बात यह है कि ज्यादातर जगहों से 2000 के नोटों को पकड़ा गया।
बताया जा रहा है कि आयकर विभाग को कालेधन की जानकारी सरकारी “मुखबिरों” से चलती है; ये मुखबिर कई विशेष जगहों पर छिपे होते हैं और बड़े लेन-देन पर नजर रखते हैं। इसका सीधा मतलब है कि बैंक या फिर बाजार में कोई आप पर नजर रखे हुए है, हालांकि आयकर विभाग ने इस संबंध में कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया।
वहीं, 2000 रुपए के नोट का सीरियल नंबर जांचकर्ताओं को यह पता लगाने में मदद करता है कि ये नोट किस बैंक से जारी किए गए हैं। इसके जरिए जांचकर्ता मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल बैंक अधिकारियों तक भी पहुंच जाते हैं। इसके अलावा ज्वैलरी शॉप जैसी जगहों की सीसीटीवी फुटेज भी रेड मारने में काम आती है जहां अक्सर लोग बड़ी खरीदारी करने आते हैं।
बता दें कि मंगलवार (13 दिसंबर) को बेंगलुरु से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के एक अफसर को अरेस्ट किया गया। आरबीआई के दफ्तर में तैनात सीनियर स्पेशल असिस्टेंट के. माइकल की गिरफ्तारी एक करोड़ 51 लाख 24 हजार रुपए के पुराने नोट को नए नोट में बदलने के मामले में की गई।