पुतिन ने दिया दुनिया को धोखा, हैकिंग के जरिए ट्रंप को जिताया
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन को डेमोक्रेटिक पार्टी के कंप्यूटर्स की हैकिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया है। ओबामा ने कहा कि हाल ही में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी के कंप्यूटर्स की हैकिंग को खुद राष्ट्रपति पुतिन ने मंजूरी दी थी। उन्होंने कहा की अमेरिकी खुफिया विभाग का मानना है कि रूस द्वारा किए गए इस साइबर हमले का मकसद हिलेरी को नुकसान पहुंचाकर रिपब्लिकरन पार्टी के उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप को फायदा पहुंचाना था।
कंप्यूटर्स की हैकिंग के जरिए जीते ट्रंप
मालूम हो कि ओबामा का कार्यकाल जनवरी में पूरा हो रहा है। शुक्रवार को अपने परिवार के साथ हवाई द्वीप पर छुट्टियां मानने के लिए निकलने से पहले उन्होंने एक प्रेस कॉन्फेंस का आयोजन किया। इस दौरान ओबामा ने अमेरिकी राजनीति के गन्दे स्तर पर पहुंच जाने पर मायूसी जताई और कहा कि डेमोक्रैटिक और रिपब्लिकन पार्टी के बीच की दरार का फायदा उठाकर रूस ने अमेरिकी चुनावी प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया। ओबामा का कार्यकाल जनवरी में पूरा हो रहा है। शुक्रवार को अपने परिवार के साथ हवाई द्वीप पर छुट्टियां मनाने के लिए निकलने से पहले उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया।
साल के अपने आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओबामा ने कहा कि उन्होंने खुद राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि वह रूस द्वारा अमेरिका पर किए जा रहे साइबर हमले को रोकें। ओबामा ने सितंबर में पुतिन के साथ हुई मुलाकात के बारे में बताते हुए कहा, ‘मुझे सबसे ज्यादा चिंता इस बात की थी कि इस हैकिंग के कारण ना केवल वोट काउंटिंग पर, बल्कि पूरी की पूरी चुनावी प्रक्रिया पर ही बुरा असर पड़ा।’ ओबामा ने यह भी कहा कि पुतिन से सीधे तौर पर बात करने के बाद रूस की ओर से चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए हैकिंग नहीं की गई।
ओबामा ने कहा, ‘सितंबर की शुरुआत में जब मैंने चीन में राष्ट्रपति पुतिन को देखा, तो मुझे महसूस हुआ कि हैकिंग और साइबर हमले के माध्यम से अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने की यह कोशिश तभी बंद हो सकती है जब मैं सीधे तौर पर पुतिन से बात करूं और उन्हें ऐसा न करने के लिए कहूं। मैंने सोचा कि मैं खुद उनसे कह दूं कि अगर उन्होंने हैकिंग की कोशिशों को बंद नहीं किया, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मेरे बात करने के बाद यह सब बंद हो गया, लेकिन इससे पहले ही ईमेल्स लीक हो चुके थे।’