अगरतला/तिरुवनंतपुरम । नागालैंड के राज्यपाल वक्कोम पुरुषोत्तमन ने यहां शुक्रवार को पद से इस्तीफा दे दिया। पुरुषोत्तम ने पिछले ही सप्ताह त्रिपुरा के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार संभाला था। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में मिजोरम से नागालैंड स्थानांतरित करते पर उनसे राय नहीं ली गई। त्रिपुरा राज भवन के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया ‘‘हमें अनाधिकारिक रूप से पता चला है कि पुरुषोत्तमन ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन फिलहाल राष्ट्रपति भवन से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है।’’ 86 वर्षीय वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता पुरुषोत्तमन केरल में मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं और दो बार लोकसभा के लिए भी चुने जा चुके हैं। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं को बताया ‘‘मेरे सचिव ने मेरा इस्तीफा राष्ट्रपति भवन भेज दिया है।’’ पिछली सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपालों से इस्तीफा मांगने के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के निर्णय की आलोचना करते हुए पुरुषोत्तमन ने कहा ‘‘राज्यपालों को सरकारी कर्मचारियों की तरह इधर-उधर नहीं घुमाया जा सकता। यह एक संवैधानिक पद है और इसे पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा ‘‘मुझसे इस्तीफे के लिए किसी ने नहीं कहा लेकिन मेरा तबादला (मिजोरम से नागालैंड) करने से पूर्व मुझसे कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया था। एक राज्यपाल का स्थानांतरण करने से पूर्व उससे मशविरा लेना एक आम प्रक्रिया है।’’ पुरुषोत्तमन ने कहा कि वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे लेकिन उनकी किसी राजनीति पद या चुनावी राजनीति में रहने की कोई इच्छा नहीं है। पुरुषोत्तमन का अभी दो साल का कार्यकाल बाकी था। पुरुषोत्तमन 26 मई को केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यभार संभालने के बाद इस्तीफा देने वाले छठे राज्यपाल हैं। पूर्व में इस्तीफा देने वाले राज्यपालों में बी.एल. जोशी (उत्तर प्रदेश) शेखर दत्त (छत्तीसगढ़) अश्विनी कुमार (नागालैंड) एम.के. नारायणन (पश्चिम बंगाल) और बी.वी. वांचू (गोवा) के नाम शामिल हैं।