भाजपा को रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली नई ऊर्जा देगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी आज तीसरी बार तथा नोटबंदी के बाद पहली बार लखनऊ में होंगे।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की नजदीक आहट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ में महारैली को संबोधित करंगे। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में तीन सौ से अधिक सीटें जीतने का सपना देख रही भाजपा को रमाबाई अंबेडकर मैदान में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली नई ऊर्जा देगी। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार तथा नोटबंदी के बाद पहली बार लखनऊ में होंगे।
भाजपा ने रैली में पूरी ताकत लगा दी है। प्रदेश में चार दिशाओं से निकली परिवर्तन यात्रा व छह परिवर्तन रैलियों के बाद यह महापरिवर्तन रैली भाजपा की दशा और दिशा भी तय करेगी। चुनावी अधिसूचना जारी होने से पहले माना जा रहा है कि यह भाजपा की आखिरी रैली होगी, इसलिए रैली को लेकर बहुत उम्मीदें लगी हैं। भाजपा ने पहली बार विशिष्ट नेताओं की बजाए बूथ स्तर पर काम करने वाले 13 लाख कार्यकर्ताओं को उनके नाम के प्रवेश पत्र के साथ आमंत्रण भेजा है। इनकी बदौलत ही विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बनाई गयी है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने इस रैली की सफलता का खाका तैयार किया है। रैली की तारीख तय होने के साथ ही बंसल ने बूथ और सेक्टर स्तर के कार्यकर्ताओं का मान बढ़ाने के लिए एक नया प्रयोग किया है। अब तक वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों और पूर्व जनप्रतिनिधियों को ही वीआइपी कार्यक्रमों में पास दिए जाते हैं, लेकिन पहली बार बूथ के कार्यकर्ताओं को खास पहचान दी गयी है।
काशी, गोरखपुर, अवध, ब्रज, कानपुर-बुंदेलखंड और पश्चिम क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के लिए अलग-अलग रंग के पास जारी किए गये हैं। प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के पत्र के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीरों वाला 2017 का कैलेंडर और परिवर्तन रैली के प्रवेश पत्र की एक किट भेजी गई है। एक लाख 30 हजार बूथों पर दस-दस कार्यकर्ताओं के लिए यह किट दी गयी है। इस आमंत्रण से भाजपा को उम्मीद है कि जनसैलाब उमड़ेगा।
रैली के प्रभारी भाजपा के प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह का दावा है कि कम से कम दस लाख कार्यकर्ता प्रधानमंत्री को सुनने और उनका मार्गदर्शन प्राप्त करने आएंगे। कई दिनों से 300 पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने जिलों में प्रवास किया है। तैयारी के लिए भाजपा के तीन प्रदेश मंत्रियों को विशेष जिम्मेदारी दी गयी है जिनमें शंकर गिरी को काशी और कानपुर, सुभाष यदुवंश को अवध और गोरखपुर तथा महेश चंद्र श्रीवास्तव को ब्रज और पश्चिम क्षेत्र का प्रभार दिया गया है। तीनों मंत्री रैली क्षेत्र, जिला, विधानसभा, मंडल, सेक्टर और बूथ स्तर तक समन्वय में जुटे हैं।
केशव के पत्र में 15 वर्षों से सपा और बसपा की सरकार के चलते उत्तर प्रदेश में बदहाली, भ्रष्टाचार, गुंडाराज, माफियाराज का मसला उठाते हुए विकास के लिए भाजपा की सरकार बनाने की अपेक्षा की गयी है। भाजपा अपनी इस रणनीति से कार्यकर्ताओं को प्रतिबद्ध करने में जुटी है। परिवर्तन यात्रा, युवा सम्मेलन, पिछड़ा सम्मेलन समेत तमाम कार्यक्रमों में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार किया गया है।