यूपी ओपिनियन पोल: बीजेपी की जोरदार वापसी, सीएम पद की रेस में अखिलेश सबसे आगे
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों को लेकर ओपिनियन पोल का दौर शुरू हो गया है। एबीपी न्यूज-लोकनीति सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक अभी चुनाव हुए तो 403 विधानसभा सीटों में भाजपा और सहयोगी दलों को 139 से 141 सीटें मिल रही हैं।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों को लेकर ओपिनियन पोल का दौर शुरू हो गया है। एबीपी न्यूज-लोकनीति सीएसडीएस के सर्वे के मुताबिक अभी चुनाव हुए तो 403 विधानसभा सीटों में भाजपा और सहयोगी दलों को 139 से 141 सीटें मिल रही हैं। जबकि सपा को नुकसान हो रहा है और वह 151 तक पहुंचता नजर आ रहा है। बीजेपी को सबसे ज्यादा बढ़त पश्चिम यूपी में मिली है। पिछले चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 47 सीटें मिली थीं। जबकि सपा को 224 सीटें मिली थी।
किसी पार्टी को बहुमत नहीं
सर्वे के मुताबिक किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। 141-151 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी सबसे आगे है। जबकि भाजपा और सहयोगी दल 129-139 सीट जीतते नजर आ रहे हैं। बसपा को 93-103 सीटें मिलती दिख रही हैं, जबकि सर्वे में कांग्रेस को सिर्फ 13-19 सीटें सिमटी दिख रही हैं ।
कौनसा वोटर किसके साथ
सर्वे के मुताबिक, यूपी का 75 फीसदी यादव वोटर सपा के साथ है। जबकि बीएसपी के साथ 4, भाजपा के साथ 14 और कांग्रेस के साथ 5 फीसदी यादव वोटर हैं। 54 फीसदी मुस्लिम सपा के साथ हैं, जबकि बसपा के साथ 14 प्रतिशत वोटर हैं। 9 फीसदी ने भाजपा को वोट देने की बात कहीं और 7 ने कांग्रेस का साथ देने को कहा। 12 फीसदी सवर्ण वोटर सपा, 8 फीसदी बसपा, 55 फीसदी भाजपा , 10 प्रतिशत कांग्रेस के साथ हैं। 56 फीसदी अन्य दलित बीएसपी, 16 फीसदी सपा, 13 फीसदी भाजपा तथा 11 प्रतिशत कांग्रेस के साथ हैं। जाटव में 7 फीसदी, बीएसपी 74 फीसदी, भाजपा 8 फीसदी और कांग्रेस को 4 फीसदी का समर्थन मिल सकता है।
मायावती से बेहतर अखिलेश सरकार
सर्वे में हिस्सा लेने वाले 41 फीसदी लोगों को लगता है कि मायावती से बेहतर सरकार अखिलेश यादव ने दी है।
सीएम पद के लिए पहली पसंद अखिलेश
यूपी मुख्यमंत्री के लिए पहली पसंद भी अखिलेश ही हैं। उन्हें 28 फीसदी लोग सीएम पद पर देखना चाहते हैं। जबकि मायावती को 21, योगी आदित्यनाथ को 4 फीसदी और मुलायम को 3 प्रतिशत लोगों ने अपनी पसंद बताया है। समाजवादी पार्टी के वोटरों से किए गए सर्वे में 83 फीसदी ने कहा कि वे अखिलेश को सीएम चाहते हैं, जबकि सिर्फ 6 फीसदी ने मुलायम का नाम लिया। 2 फीसदी ने रामगोपाल यादव को सीएम चुनने का समर्थन किया हैं।