काबिल की शूटिंग के दौरान मैं एक दिन देर से पहुंचा था। फिर पापा काफी गुस्से में थे, लेकिन फिर मैंने ही उन्हें याद दिलाया कि उन्होंने ही काम दिया था। उसे निपटाने में वक्त लग गया।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। राकेश रोशन लंबे अर्से के बाद एक बार फिर से दर्शकों के सामने फिल्म काबिल लेकर आये हैं। भले ही उन्होंने इस फिल्म का निर्देशन ना किया हो, मगर वह फिल्म की क्रिएटिव एक्टिविटी से हमेशा जुड़े रहे हैं। राकेश रोशन बताते हैं कि भले ही वो अब पुराने जमाने के निर्देशक माने जाते हों, लेकिन आज भी उनके कुछ रूल्स हैं, जो किसी के लिए भी नहीं बदले हैं फिर चाहे वह उनके बेटे रितिक रोशन ही क्यों ना हों।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राकेश रोशन को सेट पर कलाकारों का लेट से आना बिल्कुल पसंद नहीं है। चूंकि जब वो खुद अभिनेता थे, तो वे अपने निर्देशकों के पहुंचने से पहले सेट पर पहुंच जाते थे। सो, काबिल के सेट पर अगर रितिक गलती से भी थोड़ी देर से पहुंचते थे, तो पापा राकेश काफी नाराज़ होते थे। इस बारे में जब हमने राकेश रोशन से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि हां, आपने बिल्कुल सही सुना है। मैं सेट पर किसी की भी लेट टाइमिंग बर्दाश्त नहीं करता हूं। मेरे लिए फिल्ममेकिंग क्राफ्ट है। ऐसे में अगर वह रितिक ही क्यों ना हो। मैं क्लास लगा देता हूं। राकेश रोशन ने यह भी राज खोला कि वो आज भी कलाकारों से फिल्म की शूटिंग से पहले नो लेट क्लॉज पर साइन करवाते हैं।
रितिक से भी वह क्लॉज साइन करवाते हैं। इस बारे में जब हमने रितिक रोशन से बातचीत की तो उन्होंने तुरंत स्वीकारा कि हां पापा इस मामले में काफी स्ट्रिक्ट हैं। उन्होंने बताया कि काबिल की शूटिंग के दौरान मैं एक दिन देर से पहुंचा था। फिर पापा काफी गुस्से में थे, लेकिन फिर मैंने ही उन्हें याद दिलाया कि उन्होंने ही काम दिया था। उसे निपटाने में वक्त लग गया।रितिक भी मानते हैं कि राकेश इसलिए सफल निर्माता बन पाये हैं क्योंकि उनकी प्री प्लानिंग होती है। वो सेट पर पहुंचकर कभी कंफ्यूज नहीं होते। रितिक की फिल्म काबिल 25 जनवरी को रिलीज हो रही है।