मुंबई/औरंगाबाद। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में अपनी पार्टी के कुछ सांसदों द्वारा कथित रूप से एक व्यक्ति का जबरन रोजा खुलवाने के मुद्दे को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की निंदा की। पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि जो लोग इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं उनका मानसिक संतुलन खो गया है। इस मुद्दे को ज्यादा तवज्जो न देते हुए उद्धव ने कहा कि यह मामूली घटना है और इसे सांप्रदायिक रंग देने की जरूरत नहीं है। औरंगाबाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बुधवार सुबह उद्धव ने कहा ‘‘हमारा एजेंडा हिंदुत्व हो सकता है लेकिन हम किसी भी समुदाय की धार्मिक भावना के साथ नहीं खेलेंगे।’’ ठाकरे ने इस घटना से ही इंकार किया जो 17 जुलाई को हुई बताई जा रही है। आरोप है कि शिवसेना के ठाणे से सांसद रंजन विचारे ने खराब भोजन की शिकायत करते हुए महाराष्ट्र सदन के कैंटीन कर्मचारी अशरफ जुबैर को कथित रूप से जबरन रोटी खिलाई थी। जुबैर रमजान के दौरान रोजे पर था और ऐसा दावा किया गया है कि विचारे के इस कृत्य से उसका रोजा टूट गया। इस मुद्दे ने विवाद का रूप ले लिया जिसका असर बुधवार को संसद की कार्यवाही में भी देखा गया।