इलेक्शन कैम्पेन गुरू प्रशांत किशोर कांग्रेस के प्रचार अभियान में उतर चुके हैं। इस अभियान में कांग्रेस के सांगठनिक नेटवर्क के प्रभावी इस्तेमाल के लिए उन्होंने 11 जनवरी को हरिद्वार में एक अहम बैठक बुलाई है।
यहां प्रशांत किशोर की पाठशाला सजेगी जिसमें गढ़वाल कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है।
बैठक में तो गढ़वाल 41 विधानसभा क्षेत्रों से विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व प्रत्याशियों एवं टिकट के समस्त दावेदारों के अलावा जिला, ब्लाक व बाजार समितियों के अध्यक्षों व महासचिवों को आमंत्रित किया गया है।
सोमवार को कांग्रेस भवन में पीके पाठशाला को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक में पीके की टीम के सदस्यों के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, संगठन महामंत्री राजेन्द्र भंडारी, पार्टी प्रवक्ता गरिमा दशौनी, गिरीश पुनेड़ा, शांति रावत, परणीता बड़ोनी व संजय भट्ट ने शिरकत की।
बैठक में तो गढ़वाल 41 विधानसभा क्षेत्रों से विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व प्रत्याशियों एवं टिकट के समस्त दावेदारों के अलावा जिला, ब्लाक व बाजार समितियों के अध्यक्षों व महासचिवों को आमंत्रित किया गया है।
सोमवार को कांग्रेस भवन में पीके पाठशाला को लेकर रणनीति बनाई गई। बैठक में पीके की टीम के सदस्यों के साथ प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, संगठन महामंत्री राजेन्द्र भंडारी, पार्टी प्रवक्ता गरिमा दशौनी, गिरीश पुनेड़ा, शांति रावत, परणीता बड़ोनी व संजय भट्ट ने शिरकत की।
बैठक में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार अभियान को लेकर रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। सूत्रों की मानें तो पीके ने प्रदेश कांग्रेस से हर सीट पर कम से कम 50 समर्पित कांग्रेसजनों के नाम मांगें हैं।
उन्होंने ऐसे कार्यकर्ता मांगे हैं जिनके लिए उम्मीदवार से ज्यादा पार्टी का महत्व हो। हरिद्वार में होने वाली बैठक में पीके कांग्रेसजनों को चुनाव प्रचार की टिप्स देंगे।
सूत्रों का कहना है कि पीके का चुनाव प्रचार पूरी तरह से मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की उपलब्धियों पर केंद्रित होगा। हरिद्वार के बाद कुमाऊं मंडल की बैठक हल्द्वानी में होगी।
उन्होंने ऐसे कार्यकर्ता मांगे हैं जिनके लिए उम्मीदवार से ज्यादा पार्टी का महत्व हो। हरिद्वार में होने वाली बैठक में पीके कांग्रेसजनों को चुनाव प्रचार की टिप्स देंगे।
सूत्रों का कहना है कि पीके का चुनाव प्रचार पूरी तरह से मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की उपलब्धियों पर केंद्रित होगा। हरिद्वार के बाद कुमाऊं मंडल की बैठक हल्द्वानी में होगी।