21 जनवरी को देहरादून के भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पहली बार आयोजित होने जा रही कमांडर कांफ्रेंस में प्रमुख तौर पर नौ मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा रक्षा मंत्री मनोहर परिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल, सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और तमाम कोर कमांडर इस कांफ्रेंस में शामिल होंगे।सूत्रों के मुताबिक कांफ्रेंस में कई अहम फैसले भी लिए जा सकते हैं, जिसमें चीन सीमा पर माउंटेन कोर स्थापित करने का लंबित मुद्दा भी शामिल है।
कांफ्रेंस को लेकर आईएमए ने पुख्ता तैयारियां कर ली हैं। सूत्रों के मुताबिक कांफ्रेंस में नौ प्रमुख मुद्दों के अलावा सेना के कई और मसलों पर गहन मंथन होगा। इसमें हाल ही में वायरल हो रही जवानों की वीडियो पर भी चर्चा होने की संभावना है।
हालांकि अभी पीएम मोदी या रक्षा मंत्री का कार्यक्रम जिला प्रशासन को नहीं मिला है लेकिन बताया जा रहा है कि दोनों 21 को ही दून पहुंचेंगे और शाम को लौट जाएंगे।
इन मुद्दों पर होगा मंथन
-नॉर्थ ईस्ट से लेकर जम्मू एंड कश्मीर तक फैली चीन सीमा।
-चीन सीमा पर नई माउंटेन कोर स्थापित करने का लंबित मुद्दा।
-जे एंड के में अर्द्ध सेना जैसे बीएसएफ, सीआरपीएफ और सेना बलों की तैनाती।
-आर्म्ड फोर्स में कम से कम कैजुएलिटी।
-सामरिक महत्व के हथियारों की जरूरत और उन्हें लगाने के क्षेत्र।
-आर्मी कमांडर और कोर कमांडरों की क्षेत्रवार रिपोर्ट।
-आतंकवादी गतिविधियों पर सेना का रुख।
-सैनिकों और पूर्व सैनिकों से जुडे़ मामले।
हाल ही में इस्तीफे को लेकर चर्चाओं में आए ईस्टर्न आर्मी कमांडर ले. जन. प्रवीन बख्शी के कमांडर कांफ्रेंस में शामिल होने पर छाए संशय के बादल छंट गए हैं। सूत्रों के मुताबिक जन. बख्शी भी कमांडर कांफ्रेंस में शामिल होंगे।
चुनावी समय में अजीब फैसला