चंडीगढ़। हरियाणा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के गठन को लेकर दो प्रतिरोधी गुटों द्वारा बुलाया गया अलग-अलग सिख सम्मेलन शनिवार को सिख धर्म की सर्वोच्च धार्मिक पीठ अकाल तख्त के हस्तक्षेप के बाद शनिवार को स्थगित कर दिया गया। इस मुद्दे पर टकराव टालने वाला कदम उठाते हुए अकाल तख्त ने दोनों गुटों से अपने आहूत सम्मेलनों को स्थगित करने का निर्देश दिया था। अकाल तख्त के जत्थेदार गुरुबचन सिंह ने कहा कि आदेश के मुताबिक रविवार और सोमवार को आहूत सभी सिख सम्मेलन निरस्त किए जाएं। शिरोमणि अकाली दल ने अमृतसर में और हरियाणा के सिख नेताओं ने करनाल (हरियाणा) में सम्मेलन आहूत किए थे। दोनों पक्ष एचएसजीपीसी पर एक दूसरे के आमने-सामने थे। यहां से 25० किलोमीटर दूर अमृतसर में गुरुबचन सिंह ने घोषणा की ‘‘सभी सिख आज चिंतित हैं। सहारनपुर में आज जो हुआ उसने हमारी चिंता बढ़ा दी है। सिख कौम आज नई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। इस स्थिति में मैं सभी समूहों को अमृतसर और करनाल में अपना सम्मेलन निरस्त करने का आदेश देता हूं।’’ उन्होंने कहा कि अकाल तख्त शीर्ष जानकारों को और सिख नेताओं की बाद में बैठक बुलाकर इस मुद्दे (एचएसजीपीसी) का समाधान निकालेगा। पंजाब में सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में रविवार 27 जुलाई को विश्व सिख सम्मेलन बुलाया था। अकाल तख्त से आदेश जारी होने के बाद पार्टी ने कहा है कि आदेश के आलोक में रविवार का सम्मेलन निरस्त किया जाता है।