सहारानपुर/लखनऊ । उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भड़की सांप्रदायिक हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है और करीब दो दर्जन लोग घायल हुए हैं। हालात नियंत्रित करने के लिए सेना को बुला लिया गया है। इस बीच मुख्य सचिव ने इस मामले में आला अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। मुख्य सचिव ने वहां के खुफिया अधिकारियों को इसका जिम्मेदार माना है। इस बीच शासन ने हालात को काबू में करने के लिए दो वरिष्ठ अधिकारियों को सहारनपुर भेजा है। सहारनपुर में भड़के बवाल के बाद मुख्य सचिव आलोक रंजन ने सख्त रुख अपनाते हुए एक बैठक बुलाकर सभी बड़े अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने सहारनपुर में तैनात खुफिया अफसरों की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की। मुख्य सचिव ने कहा कि उनके द्वारा ऐसी घटनाओं की जानकारी उच्च अधिकारियों को समय से क्यों नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर के आस-पास जनपदों से भी आवश्यकतानुसार पुलिस बल तत्काल तैनात करा दिए जाएं। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनका दायित्व है कि प्रत्येक दशा में शहर में शान्ति-व्यवस्था कायम की जाए। आलोक रंजन ने निर्देश दिए हैं कि सहारनपुर में हुई दु:खद घटना को नियंत्रित करने के लिए इसमें लिप्त असामाजिक तत्वों के विरुद्घ सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था के साथ किसी भी अराजक तत्व को खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में लिप्त होने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा न जाए और विधि के अनुसार कठोर कार्रवाई की जाए।