कभी ‘दोस्त’ कांबली के इस बयान से नाराज हो गए थे क्रिकेट के ‘भगवान’…..
भारत में क्रिकेट को बहुत ही लोकप्रिय माना जाता है इसी क्रिकेट में एक ऐसा खिलाड़ी है जिसकी पहचान हाल के दिनों में एक क्रिकेट खिलाड़ी के तौर पर कम विवादों और खबरों में रहने के लिए अधिक जाना जाता है। यहां बात हो रही है क्रिकेट से अभिनेता और क्रिकेट एक्सपर्ट बने विनोद कांबली की।
विनोद कांबली का बचपन
भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली का जन्म 18 जनवरी, 1972 को मुंबई में हुआ वह भारत के मध्यमक्रम के बल्लेबाज थे। क्रिकेट की दुनिया में विनोद कांबली का नाम इस वजह से अधिक जाना जाता है क्योंकि वह भारत के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के दोस्त हैं। आजकल वह अपने बड़बोलापन दिखाकर टीवी चैनलों पर अपनी रोजी-रोटी का इंतजाम करते हैं।
अपनी शोहरत को काबू नहीं कर पाए कांबली
विनोद कांबली एक प्रतिभाशाली स्टाइलिश बल्लेबाज थे। उन्हें टेस्ट क्रिकेट के माफिक बल्लेबाज माना जाता था यह भी कहा जा सकता है कि उनमें महान खिलाड़ी बनने की संभावना थी। लेकिन किसी भी खेल में महान बनना सिर्फ कुदरती हुनर से नहीं होता।इसके लिए उतने ही लगन, अनुशासन और आत्मसंयम की जरूरत पड़ती है जो कहीं न कहीं विनोद विनोद कांबली में कम दिखाई देती थी। कांबली पर क्रिकेट की शोहरत का ऐसा जादू चला जिसे वह संभाल नहीं पाए और यही वजह रही जिसकी वजह से वह टीम से बाहर हो गए।
विनोद कांबली का विवादित बयान
एक तरफ कांबली सचिन को अपना बेस्ट दोस्त मानते हैं वहीं दूसरी तरफ उन्हें दगाबाज भी बनाते हैं। इसकी एक मिसाल तब देखने को मिली थी, जब उन्होंने सच का सामना जैसे भ्रामक टीवी कार्यक्रम में गए और सचिन पर ही फब्ती कस दी। उनका कहना था कि सचिन ने उनकी मदद नहीं की।विनोद कांबली ने मैच फिक्सिंग का एक नया शिगूफा छोड़ा था। उन्होंने एक टीवी कार्यक्रम में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि 1996 में श्रीलंका के खिलाफ खेला गया ऐतिहासिक सेमीफाइनल, जिसमें टीम इंडिया बुरी तरह हार गई थी, फिक्स था।कांबली ने तत्कालीन कप्तान मुहम्मद अजहरुद्दीन सहित उस टीम के अन्य बल्लेबाजों और मैनेजर के इस फिक्सिंग में शामिल होने की बात कही है।
विनोद कांबली का कॅरियर
विनोद कांबली ने टेस्ट के अपने 23 मैच में 51.64 के शानदार औसत से 1805 रन बनाए हैं जिसमें 4 शतक और 25 अर्द्धशतक शामिल हैं। कांबली ने 134 एकदिवसीय मैच भी खेला है। उन्होंने 32.59 की औसत से 2564 रन बनाए हैं जिसमें 2 शतक और 14 अर्द्धशतक शामिल हैं।