सपा-कांग्रेस गठबंधन से भाजपा-बसपा की चिंता बढ़ीं
सपा-कांग्रेस गठबंधन से भाजपा-बसपा की चिंता बढ़ीं है। बसपा मुस्लिंमों को सपा भाजपा से सावधान कर रही है। भाजपा गठबंधन से बेफिक्री इजहार कर रही है।
लखनऊ । सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी जारी है। भाजपा इस गठबंधन को अवास्तविक बता रही है। वह कह रही है कि कोई भी गठबंधन भाजपा की राह रोक नहीं पाएगा। वहीं बसपा ने मुसलमानों को सपा और भाजपा दोनों ही दलों से सावधान करने में जुटी है। फिलहाल राजनीतिक दलों की चिंताएं गठबंधन के अन्य दलों के लिए रोड़ा बनने को लेकर बढ़ने लगी है। दोनों अपना वोट बैंक सहेजने के लिए सजग हो गए हैं।
गठबंधन कर भाजपा को रोक नहीं पाएंगे
भाजपा सांसद सच्चिदानंद हरि साक्षी ने दावा किया कि प्रदेश में सारे विपक्षी दल गठबंधन कर लें, तो भी भाजपा को रोक नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री चेहरे का फैसला भाजपा संसदीय बोर्ड करेगा। साक्षी महाराज ने वृंदावन में पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ढाई साल के विकास कार्य और नोटबंदी उप्र में भाजपा सरकार बनवाने के लिए काफी हंै। स्टार प्रचारकों में वरुण गांधी, विनय कटियार, डॉ. मुरली मनोहर जोशी व खुद उनका नाम न होने के सवाल पर बोले कि यह निर्णय करना पार्टी नेतृत्व का काम है।
भाजपा-सपा से सावधान रहें मुसलमान : नसीमुद्दीन
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि भाजपा व सपा एक दूसरे से मिली हुई हैं। जबकि बसपा ने हमेशा गरीब, पिछड़े व अल्पसंख्यकों के हितों में काम किया है। उन्होंने मुस्लिमों से भाजपा व सपा से सावधान रहने के लिए आगाह किया। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी सहारनपुर में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बसपा शासन में मुख्यमंत्री मायावती ने सबसे ज्यादा मदरसे बनवाए। लखनऊ में यूनिवर्सिटी बनवाई। दस लाख बेघरों को पक्के मकान बनवाकर दिए।