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सीएमएस में ‘धार्मिक समन्वय’  सम्मेलन 11 अगस्त से

INTEFAITHलखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अशर्फाबाद कैम्पस के तत्वावधान में दो दिवसीय इण्टरनेशनल इन्टरफेथ कान्फ्रेन्स का आयोजन आगामी 11 एवं 12 अगस्त 2014 को सी.एम.एस. कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। ‘विभिन्न धर्मो के बीच समन्वय’ पर आधारित इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अमेरिका, कनाडा, इजिप्ट, दक्षिण कोरिया, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान तथा भारत के विभिन्न प्रान्तों से विद्वान, विचारक, दार्शनिक, धर्मावलम्बी व न्यायविद् आदि लखनऊ पधार रहे हैं। उक्त जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में इण्टरनेशनल इन्टरफेथ कान्फ्रेन्स की संयोजिका एवं सी.एम.एस. अशर्फाबाद कैम्पस की प्रधानाचार्या सुश्री अर्चना पाण्डे ने दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुश्री पाण्डे ने कहा कि सम्मेलन का उद्घाटन 11 अगस्त को प्रातः 9.00 बजे मुख्य अतिथि श्री माता प्रसाद पाण्डेय, स्पीकर, उत्तर प्रदेश विधान सभा द्वारा सीएमएस कानपुर रोड आडिटोरियम में किया जायेगा। प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुश्री अर्चना पाण्डेय ने कहा कि ‘मानवता का धर्म’ ही शाश्वत सत्य है और इस सत्य से बच्चों को अवगत कराना आज समय की माँग है, तभी धार्मिक एकता व विश्व एकता का सपना साकार हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से हमारा प्रयास है कि विश्व के विभिन्न धर्मों के बीच संवाद कायम किया जाए एवं धर्म के आधार पर होने वाली दूरियों को मिटाकर एवं संसार में प्रेम और भाईचारा की भावना को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि अज्ञानता का अंधकार मिटाने के लिए, दिलों को बांटने वाले मुद्दों को समाप्त करने के लिए तथा पूर्वाग्रहों से ग्रस्त लोगों के मन को मुक्त करने के लिए आपस में वार्तालाप आवश्यक है। ऐसे लोगों के मध्य वार्तालाप जिसमें अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए लोग आपस में बातचीत करें तथा दूसरे धर्म के लोगों को बेहतर ढंग से समझ सकें। हमें अपने-अपने सम्प्रदाय की मूल भावना को समझकर विभिन्न धर्मों की आवश्यकता को समझना होगा, आपसी विवाद सुलझाना होगा तथा धर्मों के आपसी समन्वय द्वारा उनकी आपसी दूरियां मिटानी होंगी। विभिन्न धर्मों का जो स्वरूप आज हमें दिखाई देता है उसका आधार अलग-अलग संस्कृतियाँ व भौगोलिक परिस्थितियां आदि हैं परन्तु आध्यात्मिक शिक्षा तो सभी धर्मों की एक ही है, ऐसे में आज भावी पीढ़ी को यह समझाने की आवश्यकता है कि सभी धर्मों का उद्देश्य एक ही है ‘मानव धर्म’ और सभी धर्म हमें एक ही परमपिता परमात्मा की ओर ले जाते हैं।

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