मुझे फर्क नहीं पड़ता मेरे लिए उम्र महज एक आंकड़ा: नेहरा
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया। नेहरा ने 28 रन देकर तीन विकेट लेकर पांच रन से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। सैंतीस वर्ष के अनुभवी गेंदबाज ने उम्र को लेकर आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें रिदम में आने के लिए सिर्फ एक अभ्यास मैच की जरूरत थी। नेहरा ने दूसरे टी-20 में दो विकेट लगातार लिए और एक विकेट और अपनी झोली में डाला। उन्होंने कहा कि मैं पचास ओवरों का मैच खेलूं या टी-20 या फिर नेट पर एक स्टंप के सामने ही गेंदबाजी क्यों न कर रहा हूं, मेरे प्रदर्शन में कोई कमी नहीं रहती। मुझे लय हासिल करने में सिर्फ एक मैच लगता है।
वहीं उन्होंने अपनी उम्र की बात करते हुए कहा कि जहां तक मेरी उम्र की बात है तो भारत में जब तक आप अच्छा खेलेंगे लोग आपकी तारीफ करते रहेंगे लेकिन टीम दो मैच हार जाएगी तो बाकी 15 खिलाड़ियों की आलोचना नहीं होगी बल्कि कहा जाएगा कि नेहरा को बाहर किया जाना चाहिए। मुझे फर्क नहीं पड़ता मेरे लिए उम्र महज एक आंकड़ा है।
नेहरा ने पिछले साल वर्ल्ड टी-20 चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और उसके बाद इंडियन प्रीमियर लीग में उसके बाद घुटने की सर्जरी के कारण वह मैदान से दूर रहे थे। आशीष ने कहा कि आने वाले समय में वह घरेलू क्रिकेट में पचास ओवरों और टी-20 मैच खेलेंगे और आईपीएल में भी हिस्सा लेंगे।
उनका कहना है कि चाहे आप कितने ही अनुभवी गेंदबाज हो या बल्लेबाज हो लेकिन आपके लिए मैच प्रैक्टिस बेहद जरूरी है। नेहरा ने कहा कि वह और धोनी जैसे खिलाड़ी जो टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। उन्हें घरेलू क्रिकेट में खेलना चाहिए। अनुभव का बड़ा महत्व होता है।
नागपुर मैच के बारे में कहा कि जब आप 145 के लक्ष्य का पीछा करते हो तो शुरुआती विकेट निकालना जरूरी होता है जो हमने किया। इससे बल्लेबाजों पर दबाव बना। उन्होंने कहा कि टी-20 में अंतिम गेंद तक कुछ नहीं कह सकते। उतार-चढ़ाव बने रहते हैं। यदि अमित मिश्रा ने नो बॉल नहीं फेंकी होती तो हम पहले ही मैच में वापसी कर लेते। मिश्रा की गेंद पर स्टोक्स आउट हो गए थे लेकिन वह गेंद नोबॉल निकली थी।
नेहरा इस बात से इत्तफाक नहीं रखते कि उनकी बढ़ती उम्र उनके खिलाफ जा रही है। उन्होंने संकेत दिया है कि जब तक फिट रहेंगे खेलते रहेंगे। नेहरा ने कहा कि मैं जानता हूं कि फिट रहना कितना मुश्किल होता है।
मैं एक तेज गेंदबाज हूं और शुरुआत और अंत में गेंदबाजी करता हूं लेकिन मैं अपनी गेंदबाजी का लुत्फ उठा रहा हूं जब तक मेरा शरीर साथ दे रहा है तब तक मैं खेलता रहूंगा। मैंने अंतिम मैच सात-आठ महीने पहले खेला था लेकिन मैच दर मैच आप बेहतर होते जाते हैं। मेरी गेंदबाजी में पुरानी धार बाकी है।