उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लगी हुई है। जिले की राजपुर रोड सीट पर निर्दल जीत का पलड़ा किसी के भी पक्ष में झुका सकते हैं।
देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में जिले की राजपुर रोड (आरक्षित) विधानसभा सीट पर यूं तो भाजपा-कांग्रेस में आमने-सामने का मुकाबला माना जा रहा है। लेकिन, क्षेत्र में पैठ रखने वाले निर्दल जीत का पलड़ा किसी के भी पक्ष में झुका सकते हैं। 2012 के विस चुनाव में आरक्षित हुई इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार सिटिंग विधायक हैं, वहीं भाजपा ने पूर्व मंत्री खजान दास पर दांव खेला है। फिलहाल दोनों में ही एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची है।
मसूरी, रायपुर और देहरादून कैंट के कुछ हिस्सों से मिलकर बनी राजपुर विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या 119527 है। इनमें पुरुष मतदाता 63454, महिला मतदाता 56045 और अन्य मतदाताओं की संख्या आठ है। इनमें अल्पसंख्यक व दलित मतदाताओं का प्रतिशत 32 है। जबकि, 27 फीसद मतदाता अन्य वर्गों से आते हैं।
बात पिछले तीन विस चुनावों की करें तो एक बार यह सीट भाजपा और दो बार कांग्रेस के कब्जे में रही। 2002 में कांग्रेस के हीरा सिंह बिष्ट यहां से विधायक चुने गए। जबकि, 2007 के चुनाव में भाजपा के गणेश जोशी ने बाजी मारी। आरक्षित होने के बाद 2012 में यहां से कांग्रेस के राजकुमार विधायक चुने गए।
सीट पर मतदाताओं का मिजाज हर चुनाव में बदला-बदला रहा। इसलिए इस बार भी इसे भांप पाना किसी भी प्रत्याशी के लिए आसान नहीं है। कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार सिटिंग विधायक होने और क्षेत्र में सक्रियता को अपनी ताकत मानते हैं।
वहीं भाजपा प्रत्याशी खजान दास 2007 में विधायक बनने के साथ सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस से खफा पार्षद अजय सोनकर भी निर्दल मैदान में हैं।