स्वास्थ्य

हाई ब्लड प्रेशर से किशोरों में मानसिक बीमारी का खतरा

वैज्ञानिकों ने बताया कि ध़डकनों की रफ्तार 82 प्रति मिनट तक होने की स्थिति में ओसीडी का खतरा 69 फीसदी तक ब़ढ जाता है।

लंदन। किशोरावस्था में उच्च हृदय गति और हाई बीपी (ब्लड प्रेशर) आगे चलकर खतरनाक साबित हो सकता है। इससे ऑब्सेसिव–कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी : जरूरत से ज्यादा सोचने के चलते व्यवहार में दोहराव की समस्या), सिजोफ्रेनिया और चिंता संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़़ जाता है।

फिनलैंड के शोधकर्ताओं के ताजा अध्ययन में यह बात सामने आई है। इसमें 45 वर्ष के लोगों को शामिल किया गया था। वैज्ञानिकों ने बताया कि ध़डकनों की रफ्तार 82 प्रति मिनट तक होने की स्थिति में ओसीडी का खतरा 69 फीसदी तक ब़ढ जाता है। इसके अलावा सिजोफ्रेनिया की आशंका 21 फीसदी और चिंता से जु़डी समस्याओं का खतरा 18 प्रतिशत तक ब़$ढ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में भी समान तरह के खतरे देखे गए हैं। विशेषज्ञों ने किशोरावस्था में इस पर विशेषष नजर रखने की सलाह दी है, ताकि समय रहते उचित कदम उठाया जा सके।

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