उत्तर प्रदेशराज्य
अभी-अभी:मेरठ में मोदी ने कहा, जो खुद को नहीं बचा पाएं यूपी को क्या बचा पाएंगे
लोकसभा चुनाव के दौरान चले मैजिक को फिर से दोहराने की उम्मीद लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मेरठ पहुंचे। दरअसल, मोदी ने लोकसभा चुनाव में भी यहीं से चुनावी रैली का आगाज कर भाजपा को विशाल विजय तक पहुंचाया था।
- अब गरीबी से मुक्ति की लड़ाई है।
- अब भ्रष्ट शासकों के खिलाफ लड़ाई है।
- पहले अंग्रेजों से लड़ाई थी और आज माफियाओं से लड़ाई है।
- निर्दोष किसानों की जमीन कब्जाने वाले माफियाओं के खिलाफ लड़ाई है।
- ये लड़ाई भ्रष्टाचार, माफियागिरी , गुंडाराज फैलाने वालों की लड़ाई है।
- उत्तर प्रदेश को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मुझसे जो हो सकता है मैंने वह किया।
- मुझे उत्तर प्रदेश का अभी भी कर्ज चुकाना शेष है।
- दिल्ली में मुझे यहां के लोगों ने बैठाया।
- मैं चाहता हूं कि हर परिवार का अपना घर होना चाहिए।
- मैंने सपना संजोया है कि हिंदुस्तान के हर इंसान का 2022 तक अपना घर हो।
- 25 साल में मुझ पर कलंक नही लगा।
- प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार की चिट्ठी का जवाब नहीं देती।
नरेंद्र मोदी ने कहा SCAM
S- एसपी
C- कांग्रसे
A- अखिलेश
M- मायावती
उत्तर प्रदेश को SCAM से मुक्ति चाहिए। इसके बाद ही सुख चैन आएगी।
- एक दूसरे को बचाने के लिए अखिलेश और राहुल गले लगे।
- इस गठबंधन को कोई नहीं बचा सकता।
- 2014-15 करोड़ में चार हजार करोड़ रुपए में से ढ़ाई हजार करोड़ रुपए भी खर्च नहीं कर पाए।
- 2015-16 में सात हजार करोड़ रुपए की मदद कर दी।
- लेकिन, इसके बाद भी अब तक 28 सौ करोड़ से ज्यादा पैसे खर्च नहीं कर पाए।
- क्या गरीबों और बीमार लोगों की भी कोई जाति होती है क्या?
- लेकिन राज्य सरकार अपने वोट बैंक को देखते हुए राजनीति करती है।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में लोगों को डर सताता है कि वे शाम को घर लौटेंगे कि नहीं।
बीजेपी की लड़ाई SCAM से है।
- उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी तो 14 दिन में किसानों का भुगतान होगा।
- चीनी खाकर लोग मोट हो गए, कुछ लोग धनी हो गए, लेकिन गन्ना किसानों को कुछ नहीं हुआ।
- देश की सेना दुर्बल नहीं है।
- ये आपने सर्जिकल स्ट्राइक देखा।
- हमारे देश में नेता लोग दीपावली कहां-कहां मनाते हैं, और मैं सीमा पर जाकर दीपावली मनाता हूं।
- इस बार चीन की सीमा पर गया था।
कानून-व्यवस्था और पलायन रहेगा मुद्दा
पीएम की रैली से एक दिन पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मेरठ पहुंचे। उन्होंने व्यापारी पुत्र की हत्या के विरोध में अपना पैदल मार्च स्थगित करते हुए कानून-व्यवस्था के मामले पर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की। कैराना पलायन से लेकर अन्य कई मामलों में भाजपा कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाती रही है। कैराना में व्यापारियों के खिलाफ अपराध से जोड़कर ही पलायन के मुद्दे को गरमाया गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि व्यापारी सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को चुनावी रणनीति के तौर पर बेहतर तरीके से प्रयोग किया जा सकता है। मेरठ में व्यापारी पुत्र की हत्या के ताजा मामले से जोेड़कर पीएम व्यापारियों को साधने की भी कोशिश कर सकते हैं। यही वजह है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कानून- व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मेरठ में व्यापारी पुत्र की हत्या के मामले पर अपना पैदल मार्च रद्द किया।
चौ. चरण सिंह और गन्ने भी अहम
लोकसभा चुनावों के भाषण में मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को अहम स्थान दिया था। यहां तक कि पोल पर चढ़े एक युवक को चौधरी चरण सिंह की कसम देकर उतारा था। माना जा रहा है कि इस बार भी चौ. चरण सिंह उनके भाषण का अहम हिस्सा हो सकते हैं। सभी किसान बिरादरियों और खासतौर से जाट वर्ग में चौ. चरण सिंह की लोकप्रियता खूब है। लोकसभा चुनावों में जाट वोटर रालोद से खिसककर भाजपा के पाले में आ गया था। गन्ना किसान और गन्ना भुगतान भी वेस्ट यूपी की सियासत में अहम स्थान रखते हैं। माना जा रहा है कि इन मामलों पर भी मोदी जरूर चर्चा करेंगे।
युवाओं के सहारे ध्रुवीकरण पर नजर
लोकसभा चुनावों में वोटों के ध्रुवीकरण ने सारे गणित बदल दिए थे। पहले चरण में जिन 18 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनमें से अधिकांश पर लोकसभा चुनाव में भाजपा को बढ़त हासिल हुई थी। कई जगह तो अंतर काफी ज्यादा रहा था। भाजपा प्रत्याशी भी इसी समीकरण से उम्मीद लगाए हुए हैं। जाट लैंड में मुजफ्फरनगर दंगे के बाद वोटर इतना खिसका कि चौ. अजित सिंह भी तीसरे नंबर पर पहुंच गए थे। जाट वोटरों पर भाजपा की अब भी पूरी निगाह है। यही वजह है कि चौ. अजित सिंह की बागपत लोकसभा की पांचों विधानसभा सीटों पर भाजपा ने जाट प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। लोकसभा चुनावों में भाजपा के खेमे में युवा वोटर खूब आया था। ऐसे में माना जा रहा है कि पीएम मोदी युवाओं के रोजगार को लेकर भी भाषण में चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के जरिये भी युवाओं को लुभाने की कोशिश हो सकती है।