अपराध
अकील ने श्रवण के दूसरे बेटे सहित दोनों गवाहों के कत्ल की भी रची थी साजिश
आयुष साहू की हत्या के मामले में जेल जाने से बचने के लिए अकील ने हर दांव खेला। उसने आयुष के पिता श्रवण के अलावा उनके दूसरे बेटे सुनीत और दो गवाहों को भी जान से मारने की सुपारी दी थी।बीते वर्ष एसटीएफ के हत्थे चढ़े मुन्ना बजरंगी के शूटरों ने यह खुलासा किया था। अकील के गुर्गों से पूछताछ में सामने आया कि शूटरों को श्रवण के साथ उसके बेटे सुनीत को भी ठिकाने लगाने का सौदा किया गया था।
अकील ने बीते साल जेल में रहने के दौरान श्रवण और दोनों गवाहों की हत्या का ताना-बाना बुना था। उसने मुन्ना बजरंगी के शूटर को सुपारी दी थी। हालांकि, वारदात से पहले ही एसटीएफ ने शूटरों को दबोच लिया था।एसटीएफ ने इन शूटरों की इंटरोगेशन रिपोर्ट तैयार की थी। एसएसपी मंजिल सैनी ने शूटरों की कार्यशैली जानने के लिए यह इंटरोगेशन रिपोर्ट मंगाई है। इस रिपोर्ट से मुन्ना बजरंगी के शूटर और अकील के बीच की केमिस्ट्री समझने में काफी मदद मिली है।
रिपोर्ट में दिए गए तथ्यों के आधार पर राजधानी पुलिस ने छानबीन की गई तो श्रवण के साथ उसके बेटे को भी रास्ते से हटाने की साजिश का सनसनीखेज खुलासा हुआ। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अकील मुकदमा खत्म करने के लिए किसी भी हद तक खून-खराबा फैलाने को तैयार था। वह हर सूरत पर आयुष हत्याकांड की पैरवी खत्म कराना चाहता था। वारदात वाली रात अगर श्रवण के साथ उसका बेटा होता तो शूटर उसे भी खत्म कर देते। इस खुलासे के बाद पुलिस ने श्रवण के बेटे और परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है। गवाहों को भी सुरक्षा मुहैया कराई गई है।