अन्तर्राष्ट्रीय

व्हाइट हाउस के मुताबिक ट्रंप को पता था गुमराह कर रहे हैं फ्लिन

स्पाइसर ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘विश्र्वास कम होने’ और अन्य ‘संदिग्ध घटनाओं’ के कारण फ्लिन से इस्तीफा मांगा, न कि किसी कानूनी मुद्दे के कारण।

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ हफ्ते पहले ही पता चल गया था कि रूस के साथ संपर्को को लेकर माइकल फ्लिन गुमराह कर रहे हैं।व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन स्पाइसर ने मंगलवार को बताया कि ट्रंप को जनवरी के अंत में बताया गया था कि फ्लिन ने रूसी राजदूत से हुई बातचीत से उपराष्ट्रपति माइक पेंस को पूरी तरह अवगत नहीं कराया है। फ्लिन ने मीडिया में यह जानकारी आने के बाद सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे से पहले उन्होंने ट्रंप और पेंस से सारी जानकारी नहीं देने को लेकर माफी भी मांगी थी।

स्पाइसर ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘विश्र्वास कम होने’ और अन्य ‘संदिग्ध घटनाओं’ के कारण फ्लिन से इस्तीफा मांगा, न कि किसी कानूनी मुद्दे के कारण। उन्होंने कहा, हम सच्चाई का पता लगाने के लिए पिछले कुछ सप्ताह से नियमित आधार पर जनरल फ्लिन से जुड़े इस मुद्दे की समीक्षा और आकलन कर रहे थे।

उनके साथ विश्वास का स्तर इतना कमजोर हो गया था कि राष्ट्रपति को लगा कि बदलाव करना होगा। राष्ट्रपति इस बात से बेहद चिंतित थे कि जनरल फ्लिन ने उपराष्ट्रपति और अन्य को भ्रमित किया। स्पाइसर ने बताया कि इस सप्ताह के अंत तक ट्रंप नए एनएसए की नियुक्ति कर सकते हैं।

इस बीच, न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि ट्रंप के चुनाव अभियान से जुड़े कुछ और लोग भी आठ नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव से पहले रूसी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में थे। कई रिपब्लिकन सांसदों ने भी इस मामले की जांच की मांग की है। हालांकि रूस ने इसे खारिज कर दिया है। क्रेमलिन ने कहा है कि ट्रंप के चुनाव अभियान से जुड़े लोगों और रूसी खुफिया अधिकारियों के बीच संपर्क होने के दावों में कोई सच्चाई नहीं है।

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