लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उप्र ईकाई ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार मेरठ (खरखौदा) की घटना में पीड़ित महिला के बयान की सच्चाई जानने के बजाय इसके लिए भाजपा को ही दोषी ठहराने में जुटी हुई है। राज्य मुख्यालय पर बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि पीड़िता मीडिया में खुलेआम तथ्यों को उजागर कर रही है। बजाय इसके कि पीड़िता के बयानों पर जांच हो सत्तारूढ़ दल के नेता और सरकार भाजपा को आरोपित कर जांच की दिशा को मोड़ने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में कानून व्यवस्था के मोर्चे पर अखिलेश सरकार के ऊपर प्रश्न चिन्ह लग रहा है, किंतु लगातार पश्चिम उत्तर प्रदेश में योजनापूर्वक कुछ ऐसी ताकतें हैं, जो वातावरण खराब करने पर तुली हैं। बकौल पाठक ृसरावां (खरखौदा) का सम्पूर्ण घटनाक्रम वीभत्स है। अभी तक जो तथ्य सामने आए हैं उनकी सघन जांच किए जाने की आवश्यकता है। इस घटनाक्रम के विदेशी कनेक्शन भी सामने आए हैं उनको दृष्टिगत रखते हुए विशेष जांच भी की जानी चाहिए। पाठक ने कहा कि पीड़िता का जो बयान है उसके आधार पर क्रमशरू जांच किए जाने की आवश्यकता है। लड़की का आपरेशन कहां किया गया। किस डाक्टर ने ऑपरेशन किया। ऑपरेशन की आवश्यकता क्यों पड़ी। किन-किन स्थानों पर लड़की को ले जाया गया। मदरसा सहित अन्य स्थलों की विस्तृत जांच में क्या कठिनाई है। पाठक ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पर आरोप लगा, सपा नेता जांच की दिशा मोड़ने का काम कर रहे हैं। इस घटना में डीआईजी मेरठ रेंज, आईजी और जिलाधिकारी के अलग-अलग बयानों से जो भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है उसके लिए कौन जिम्मेदार है। उल्लेखनीय है कि मेरठ में एक महिला के साथ दुष्कर्म के बाद धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।