अन्तर्राष्ट्रीय
आतंक साया के कारण लाहौर साहित्य महोत्सव का बदला स्थान, घटे दिन
आतंक को पालने वाले पाकिस्तान में दहशत ने इस कदर पैर पसार लिए हैं कि वहां कला-साहित्य और उत्सव के लिए जगह ही कम पड़ने लगी है। इसी के चलते शुक्रवार से शुरू होने वाले सालाना लाहौर साहित्य महोत्सव पर ग्रहण लग गया। दो महीने से बड़े-जोर से प्रचारित किया जा रहा तीन दिनी लिट्रेरी फेस्टिवल एक दिन के लिए सीमित कर दिया गया। अब ये चर्चित थिएटर की जगह शनिवार को एक होटल के हॉल में आयोजित होगा।
देश-विदेश के उर्दू और अंग्रेजी साहित्यकारों की दर्जनों किताबों पर पांचवे लाहौर लिट्रेरी फेस्टिवल (एलएलएफ) में चर्चा होनी थी। 24 से 26 फरवरी तक इसका आयोजन होना था। इससे कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान में कई धमाके हो गए। इसके बाद से ही एलएलएफ के आयोजन पर संशय के बादल छाने लगे थे।
साहित्यप्रेमी एलएलएफ के टि्वटर अकाउंट और फेसबुक पर प्रोग्राम का ब्योरा मांग रहे थे। गुरुवार और शुक्रवार को तो #एलएलएफ-2017 टि्वटर पर ट्रेंड करता रहा। लेकिन, आयोजन होने के भरोसे के अलावा कुछ नहीं बता पा रहे थे।
अंतत: शुक्रवार रात आयोजक रजी अहमद ने एलएलएफ की वेवसाइट पर सिर्फ शनिवार, 25 फरवरी के प्रोग्राम और नए स्थान की जानकारी दी। पिछले दिनों पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हमेशा मनाए जाने वाले वसंतोत्सव पर रोक लगा दी गई थी। उस पाबंदी को भी पाक की सिविल सोसाइटी ने कट्टरपंथियों के दबाव में उठाया कदम करार दिया था।