नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि आने वाले दिनों पार्टी भारत की राजनीतिक को नया आकार देने का सपना देखने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीन दयाल उपाध्याय की भावनाओं को महसूस करेगी। आडवाणी ने कहा, मुखर्जी ने एक बार कहा था कि यदि उनके पास दो तीन दीन दयाल होते तो भारतीय राजनीतिक का चेहरा बदल देते। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को भारतीय जन संघ के आदर्शो को अपने मार्गदर्शक के रूप में लेना चाहिए क्योंकि भारतीय जन संघ सिर्फ एक दिल नहीं था बल्कि एक संपूर्ण राजनीतिक विचारधारा है। आडवाणी ने कहा कि भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अप्रत्याशित सफलता हासिल की है और उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी के प्रति जगा विश्वास बरकरार रखा जाए। आडवाणी ने कहा, ृनेताओं का व्यवहार महत्वपूर्ण नहीं है। भाजपा का एक और प्रत्येक कार्यकर्ता का व्यवहार, लोगों के साथ उनका मेलमिलाप कैसा है और किस तरह की सत्यनिष्ठा वे प्रदर्शित करते हैं वह ज्यादा अहम है। आडवाणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव में विजयी रहने के लिए बधाई दी और भाजपा के नए अध्यक्ष अमित शाह को शुभ कामनाएं दी। उन्होंने कहा कि शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक भाजपा के इतिहास में अत्यंत भव्य और संगठित है।