डलेआ एजियाटिका यानी बटरफ्लाई प्लांट प्रकृति की सबसे खूबसूरत नन्हीं तितलियों को सम्मोहित करने की क्षमता रखता है। इस पेड़ की तरफ तितलियां आर्कषित होकर मंडराने लगती हैं।
भीमताल, नैनीताल: इस पेड़ का जैसा नाम है, वैसा ही काम है। नाम है बडलेआ एजियाटिका यानी बटरफ्लाई प्लांट। यह पेड़ प्रकृति की सबसे खूबसूरत नन्हीं तितलियों को सम्मोहित करने की क्षमता रखता है। जहां यह पेड़ होगा, भांति-भांति की तितलियां खुद-ब-खुद वहां मंडराने लगती हैं।
उत्तराखंड की आबोहवा बडलेआ एजियाटिका को रास आई है। भीमताल के बटरफ्लाई शोध संस्थान में इस पौध का रोपण किया गया है, जहां क्षेत्र की सैकड़ों तितलियां जमा होती हैं।
शोध संस्थान के निदेशक पीटर स्मैटाचैक बताते हैं कि तितली प्लांट के नाम से जाने जाना वाला यह पेड़ फरवरी व मार्च में फूलों से भर जाता है। फूलों के भर जाने के साथ ही सैकड़ों की संख्या में तितली इस पेड़ की ओर आकर्षित होती है।
विशेष प्रकार की गंध रखने वाला यह पेड़ विभिन्न रंगों में पाया जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार भीमताल में इस पेड़ की सफेद रंग की प्रजाति विकसित की गई है। इसमें फरवरी व मार्च में फूल आते हैं। वहीं इस पेड़ की नीले रंग की फूलों वाली प्रजाति नैनीताल सरीके अत्यंत ठंडे वातावरण में पाई गई है।
ठंडे इलाकों में इस पेड़ में बरसात में फूल आते हैं। पेड़ की लंबाई दस फीट तक हो सकती है। इधर पेड़ को लेकर संस्थान में काफी उत्साह है। शोध संस्थान के वैज्ञानिकों के अनुसार भीमताल में इस पेड़ को अधिक से अधिक संख्या में उगाने से एक विशेष प्रकार का पर्यटन विकसित किया जा सकता है।