चुनाव आयोग बसपा के साथ कर रही भेदभाव: सतीश चंद्र मिश्रा
लखनऊ। नोटबंदी के दौरान अपने भाई के भ्रष्टाचार के मामलों में सुर्खियाओं में आई बहन मायावती एक बार फिर सुर्खियाओं में आ गई है। चुनाव के दौरान आयोग ने बहुजन समाजवादी पार्टी से अपने खाते में जमा हुए पैसों का रिकार्ड देने की बात कही है। इस पर बहुजन समाज पार्टी ने कहा है कि चुनाव आयोग को उसके साथ-साथ सपा, भाजपा और कांग्रेस से भी नोटबंदी के बाद अपने अपने खाते में जमा किए गये धन का विवरण मांगना चाहिए। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि हम चुनाव आयोग से आग्रह करेंगे कि वह सपा, भाजपा और कांग्रेस समेत सभी पार्टियों से नोटबंदी के बाद अपने अपने खाते में जमा किये गए धन का विवरण मांगें। यह हिसाब सिर्फ बसपा से ही ना मांगा जाए।
मिश्रा ने यह टिप्पणी चुनाव आयोग के उस कदम के बाद की है जिसमें आयोग ने बहुजन समाज पार्टी से नोटबंदी के बाद अपने खाते में जमा किए गए धन के बारे में विस्तृत जानकारी मांगी है। मालूम हो कि चुनाव आयोग ने बसपा मुखिया मायावती को एक नोटिस जारी करके कहा है कि वह पार्टी के खाते में नोटबंदी के बाद जमा किए गए रूपए की विस्तृत जानकारी 15 मार्च तक उपलब्ध कराएं। मिश्रा ने कहा कि उनकी पार्टी दी गई समय सीमा के अंदर अपना जवाब दाखिल कर देगी क्योंकि उसने कुछ गलत नहीं किया है और बैंक में जो भी जमा किया गया वह नियम कानूनों के तहत किया गया है। मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय ने गत 26 दिसंबर को यह पता लगाया था कि गत 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद बसपा के यूनियन बैंक आफ इंडिया के खाते में 104 करोड़ रूपए से ज्यादा की धनराशि जमा की गई है।