लालू का एक अनोखा अंदाज कल देखने को मिला जब एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे लालू ने मंच पर माइक थामा और होली गीत गाकर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया।
पटना। बहुत कम लोगों को पता होगा कि राजनीति में माहिर लालू लोकगीत की भी अच्छी समझ रखते हैं। पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में राजद अध्यक्ष लालू यादव ने जब माइक थामा और फाग गाना शुऱू किया तो पूरा माहौल खुशी में झूम उठा। लालू पूरे होली के रंग में दिखे। दरअसल एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे लालू को जब स्टेज से भोजपुरी सिंगर, एक्टर और सांसद मनोज तिवारी ने जब उनसे गाने के लिए आग्रह किया तो वे तुरंत उठकर स्टेज पर जा पहुंचे। यहां उन्होंने मनोज के साथ सुर से सुर भी मिलाया। कार्यक्रम में भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और सीएम नीतीश कुमार भी मौजूद रहे।
भारतीय नृत्य कला मंदिर के मुक्ताकाश मंच पर शुक्रवार को होली का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।यहां सीएम नीतीश कुमार और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बीच गुफ्तगू चली तो राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद पर होली का रंग चढ़ा।
मनोज तिवारी और कल्पना के होली के गीतों को सुनकर लालू खुद को नहीं रोक पाए। मनोज तिवारी ने जैसे ही गाने के लिए लालू प्रसाद से आग्रह किया, वह तैयार हो गए। इसके बाद हाथ में माइक संभालते हुए सोनपुर में होली खेले बाबा हरिहरनाथ…. होली के गीत गाकर सबको रंगों से भिगो दिया। फिर क्या था सभी दर्शक खड़े हो गए और कुछ देर के लिए पूरा माहौल होली के रंग से सराबोर हो गया। सदन और राजनीति में एक दूसरे के घोर विरोधी रहने वाले पक्ष-विपक्ष के राजनेता एक मंच पर आकर उदघाटन किए।
नीतीश कुमार, लालू प्रसाद, शत्रुघ्न सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार, जीतन राम मांझी, विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, मंत्री अब्दुल बारी सिद्दकी सहित अन्य लोगों ने मिलकर उदघाटन किया।
नीतीश कुमार मंच से जैसे ही प्रस्थान किए वहीं लालू प्रसाद मंच पर कुछ देर रुके और होली गाया। उन्होंने भोजपुरी गायिका कल्पना की प्रशंसा की। कहा हमे लगता है इनके पूर्वज छपरा से गए होंगे। इनको पद्मश्री मिलना चाहिए। तभी कल्पना ने कहा सर मिल गया। तब लालू बोले अब इसके ऊपर बाला मिलेगा। सांसद सह भोजपुरी गायक मनोज तिवारी और भोजपुरी गायिका कल्पना ने होली के गीतों को गाकर खूब झुमाया। मंच पर आते ही मनोज तिवारी ने जिया हो बिहार के लाला जिया तू हजार साल तनी नाची तनी गाई के… होली खेले रघुवीरा अवध में … गाया तो वहीं कल्पना ने रंगबाज फगुनवा आई… फगुआ में आइल बारे सैंया हो रतिया जियान होई न… आदि गीतों को गाकर कार्यक्रम को होलीमय बना दिया।