भोपाल। मंगलवार को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर डेढ़ घंटे देरी से सुबह 9.30 बजे जबड़ी स्टेशन पर पहुंची थी। ट्रेन में सवार यात्रियों ने बताया कि ट्रेन यहां से रवाना होकर जैसे ही करीब 300 मीटर आगे पहुंची तो पीछे से एक सामान्य कोच में सीट नंबर 51 के पास ऊपर लगी सामान रखने की लोहे की जाली के पास तेज विस्फोट हुआ। धमाके के साथ कोच में लगी ट्यूबलाइट और बल्ब के कांच टूटकर नीचे गिर गए। जिस घटना को सुबह हादसा बताया जा रहा था शाम होते-होते उसने एक भयानक साजिश का रूप ले लिया।
पढ़ें पूरा अपडेट…
विस्फोट की घटना के पीछे किसी भयानक साजिश की आशंका सामने आने पर तत्काल ही एटीएस चीफ संजीव शमी, बम विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा गया। स्वयं पुलिस महानिदेशक भी घटनास्थल पर पहुंचे और अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा।
ऐसे हुआ पूरा घटनाक्रम…
सुबह 9.35 बजे: भोपाल उज्जैन पैसेंजर ट्रेन जबड़ी स्टेशन पर पहुंची। इसका यहां पहुंचने का समय सुबह 7.55 मिनट था लेकिन मंगलवार को ट्रेन लेट थी।
सुबह 9.37 बजे: दो मिनट ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही। इस दौरान कुछ कोच में यहां से यात्री सवार हुए। इसमें वह कोच भी शामिल था जिसमें विस्फोट हुआ।
सुबह 9.38 बजे: सिग्नल हुआ और ट्रेन कालापीपल के लिए रवाना हुई। स्टेशन छोड़ते ही जैसे ही यह करीब 300 मीटर दूर पहुंची तो अचानक पीछे गार्ड के डिब्बे से आगे के कोच में बम धमाके की आवाज आती है।
सुबह 9.42 बजे: विस्फोट वाले कोच में यात्रियों की चीख पुकार मचती है। लोग ट्रेन से बाहर निकलने के लिए गेट पर पहुंचते हैं। इस बीच ट्रेन भी रुक जाती है। लेकिन तब तक कई यात्री चलती गाड़ी से कूद चुके थे।
सुबह 9.50 बजे: आगे के डिब्बों के यात्री भी पीछे पहुंचते हैं। स्थानीय लोग भी वहां आते हैं। इस डिब्बे में जिस तरफ धमाका हुआ था वहां बाहर अभी भी धुंआ हो रहा था। इसी बीच दूसरा धमाका भी हुआ।
सुबह 10.00 बजे:लोगों ने कालापीपल पुलिस को सूचना दी। इस बीच घायलों को लोगों ने जमीन पर लेटा दिया था।
सुबह 10.30 बजे:यहां पर पुलिस अमला पहुंचा। यहां से घायलों को 108 एंबुलेंस और 100 डायल से कालापीपल अस्पताल भेजा गया।
सुबह 11.00 बजे:एसडीएम, एसडीओपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। सीहोर से रेलवे के अधिकारी भी पहुंच गए। इसके बाद पीछे के दो डिब्बे अलग कर दिए गए और बाद में ट्रेन को कालापीपल के लिए रवाना कर दिया गया।
12.30 बजे: सूत्रों की सूचना के आधार पर पिपरिया के चेतक टोल नाके से 4 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
- सभी संदिग्धों से 2.30 बजे तक पूछताछ चली। संदिग्धों ने लखनऊ आतंकी मुठभेड़ सहित तीन वारदातों के बारे में जानकारी दी
- 2.30 बजेएटीएस संदिग्धों को लेकर भोपाल रवाना हुई, यहां संदिग्धों ने कई वारदातों के बारे में बताया।
ब्लास्ट क्यों और कैसे हुआ, इसके बताए लोगों ने कई कारण
- सबसे पहले बताया गया कि किसी मोबाइल की बैटरी के फटने से हादसा हुआ है जिसमें कुछ लोग घायल हो गए हैं।
- इसके कुछ ही देर बाद एक कोच में शार्ट सर्किट के कारण आग लगने के साथ ही धमाके की आवाज आने की खबर भी आई।
- तीसरी बार में बताया गया कि कोई किसान जिनेटिक छड़ें लेकर जा रहा था जिसमें विस्फोट हुआ है।
- इसके बाद में कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जहां पर विस्फोट हुआ वहां पर सामान रखने की एक लोहे की जाली लगी थी। यहां पर एक सूटकेस और एक थैला रखा था।
- शाम होते-होते यह ट्रेन हादसा एक आतंकी घटनाक्रम में तब्दील हो गया। मध्य प्रदेश के आईजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि ट्रेन में आईडी ब्लास्ट हुए थे।
घटना के बाद जारी किया गया था इन जिलों में अलर्ट
- सूत्रों ने इस मामले की प्रारंभिक पड़ताल के बाद बताया कि ट्रेन में गार्ड की बोगी से सटे डिब्बे में एक सूटकेस में अमोनियम नाइट्रेट से युक्त विस्फोटक सामग्री रखी गयी थी।
- सूत्रों ने कहा विस्फोट की आवाज से धीमी गति से चल रही ट्रेन को रोका गया और प्रभावित बाेगी के यात्री डिब्बे से कूदने लगे।
- विस्फोट के कारण बोगी का संबंधित क्षेत्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
- तत्काल घटनास्थल पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मामले को ताड़ लिया और राज्य पुलिस ने तत्काल सक्रियता दिखाते हुए आरेापियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए।
- इस घटना के बाद से भोपाल, सीहोर, शाजापुर, उज्जैन, देवास और आसपास के जिलों की पुलिस के साथ ही पूरे राज्य में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया।
बोलई हनुमान मंदिर जाने वालों की रहती है भीड़
मंगलवार के दिन इस यात्री गाड़ी से अधिकांश लोग शाजापुर के अकोदिया के पास स्थित बोलई हनुमान मंदिर जाते हैं। बताया जाता है कि गाड़ी करीब डेढ़ घंटा लेट थी, इसलिए इसमें कम यात्री थे। यदि यह गाड़ी समय पर आती तो घटना स्थल भी आगे का स्टेशन होता तब तक ट्रेन में काफी भीड़ हो गई होती और घायलों की संख्या अधिक भी हो सकती थी।
भगत की कोठी से रवाना किए यात्री
भोपाल-उज्जैन पैसेंजर के सभी यात्रियों को कालापीपल स्टेशन पर उतार लिया गया। यहां पर भगत की कोठी गाड़ी को रोका गया। जबकि, यहां पर इसका स्टापेज नहीं है। इस गाड़ी से सभी यात्रियों को आगे के लिए भेजा गया। उज्जैन तक इस गाड़ी को भी पैसेंजर कर दिया गया था ताकि यह हर स्टेशन पर रुकते हुए जाए।
गिट्टी पर सफेद पाउडर
जबड़ी के पास जहां यह हादसा हुआ था उस डिब्बे के बाहर पड़ी गिट्टी के ऊपर सफेद पाउडर पड़ा हुआ था। लोग इसे संदिग्ध मान रहे थे। जब धमाका हुआ तो कुछ देर तक डिब्बे के बाहर भी काफी धुंआ दिखाई दे रहा था। भोपाल निवासी रेणुका वर्मा ने बताया कि वह आगे के डिब्बे में सवार थीं। बम फटने जैसी आवाज आई। हम नीचे उतरे और बच्चों को लेकर भागे।
शाम तक चला जांच का काम
घटना स्थल पर थाना प्रभारी उपेंद्र छारी, एसडीएम डॉ. गिरीश मिश्रा, एसडीओपी अमित कुमार और तहसीलदार प्रकाश कसवे सबसे पहले पहुंचे। इसके बाद अन्य अधिकारी भी यहां आए। उज्जैन आईजी मधु कुमार भी शाम के समय यहां पहुंचे।
देखें विडियो :-
https://youtu.be/j6dlmj8joOg