लखनऊ : यूपी में सीएम कौन बनेगा इसका फैसला करने में भाजपा हाईकमान को बहुत चिंतन करना पड़ रहा है, क्योंकि दावेदार एक से अधिक हैं, इसीलिए दुविधा की स्थिति है. अन्यथा क्या कारण है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे 11 मार्च को आ गए. गोवा और मणिपुर में बीजेपी सरकार बना चुकी है, पंजाब में 16 मार्च को कांग्रेस की सरकार बन जाएगी, लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने वाली बीजेपी इन दोनों राज्यों में अभी तक अपना सीएम तय नहीं कर पाई है.
बता दें कि दोनों राज्य के लोगों को अपने नए सीएम का नाम जानने के लिए बहुत उत्सुकता है. यूपी में मुख्यमंत्री का फैसला 18 मार्च तक टल सकता है, क्योंकि पार्टी ने 18 मार्च को प्रदेश भर में विजय दिवस मनाने की घोषणा की है. यूपी में 18 मार्च को इस बार बूथ स्तर पर ये विजय दिवस मानेगा. सभी विधायक सांसद और जनपद तक के पदाधिकारी इस विजय उत्सव में भाग लेंगे.
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जबकि दूसरी ओर उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति ना बनने पर पर्यवेक्षकों का यूपी और उत्तराखंड का दौरा भी टल चुका है. सूत्रों के अनुसार हाईकमान द्वारा सीएम पद पर नाम तय होने के बाद ही विधायक दल की बैठक होगी. हालांकि सीएम पद के लिए नाम उछाले जाने से जुड़े सवाल पर राजनाथ सिंह ने इसे अनावश्यक और फालतू बात बताते हुए पल्ला झाड़ लिया.