रूस, सीरिया पर प्रतिबंध पर जी7 में नहीं बनी सहमति…
रोम: दुनिया के सबसे अधिक औद्योगिकीकृत सात देशों का समूह जी7 सीरिया में पिछले सप्ताह रासायनिक हमलों को लेकर रूस तथा सीरिया पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए किसी समझौते पर पहुंचने में मंगलवार को नाकाम रहा। हमले में 89 लोगों की मौत हो गई थी। सीएनएन की एक रपट के मुताबिक, इटली के लुका शहर में जी7 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में रूस तथा सीरिया के सैन्यकर्मियों पर लक्षित प्रतिबंध लगाने को लेकर ब्रिटेन की एक योजना को खारिज कर दिया गया।
ब्रिटेन ने उम्मीद जताई थी कि मंगलवार को मॉस्को में अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की रूस के विदेश मंत्री सेर्जेई लावरोव के साथ वार्ता से पहले वह अमेरिका को मजबूत करेगा। इसके बजाय, योजना को तबतक के लिए किनारे कर दिया गया, जबतक सीरिया में विद्रोहियों के गढ़ खान शेखून में हुए रासायनिक हमले की जांच का नतीजा नहीं आ जाता। रासायनिक हमले के बाद अमेरिका ने सीरियाई एयरबेस पर बीते शुक्रवार को 59 मिसाइल हमले किए थे।
रपट के मुताबिक, समूह ने सहमति जताई है कि जब तक कथित रासायनिक हमले को लेकर ठोस सबूत सामने नहीं आ जाता, प्रतिबंधों का क्रियान्वयन नहीं किया जाएगा। इटली के विदेश मंत्री एंजेलिनो अलफानो ने कहा, “अतिरिक्त नए प्रतिबंधों को लेकर आम राय नहीं बन पाई।” उन्होंने कहा कि समूह रूस को अलग-थलग न कर बातचीत को महत्व देना चाहता है।
बैठक के बाद टिलरसन ने सीरिया से रासायनिक हथियारों को पूरी तरह हटाने में विफल होने के लिए रूस की निंदा की और कहा कि शांति वार्ता में उसने कोई खास प्रगति नहीं की। टिलरसन ने कहा कि रूस साल 2013 में की गई अपनी उन प्रतिबद्धताओं को निभाने में नाकाम रहा है, जिसमें उसने सीरिया से रासायनिक हथियारों को पूरी तरह हटाने की गारंटी दी थी। वहीं, सीरिया ने कोई रासायनिक हमला करने से इनकार किया है।
बैठक में अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन तथा इटली, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, कनाडा के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के उच्च प्रतिनिधियों ने शिरकत की।