भारत के दबाव में पाकिस्तान ने भारत के रिटायर्ड नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव पर लगाये गये आरोपों को सार्वजनिक कर दिया है। लेकिन पाकिस्तान की ओर लगाये गये ये आरोप झूठ का पुलिंदा ही साबित हो रहे हैं। पाकिस्तान के अंग्रेजी अखबार द डॉन के मुताबिक शुक्रवार (14 अप्रैल) को इस्लामाबाद में विदेशी मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने कुलभषण जाधव की चार्जशीट को मीडिया के साथ साझा किया। सरताज अजीज ने कहा कि कुलभूषण जाधव पर पाक की सैन्य अदालत में ये आरोप लगाये गये हैं।
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1- ग्वादर और तुरबत में IED और ग्रेनेड हमले कराने का आरोप।
2- जिवानी बंदरगाह की विपरीत दिशा में समुद्र में रडार स्टेशन और मछुआरों की नावों हमले के निर्देश दिये।
3- पाकिस्तान खासकर ब्लूचिस्तान में अलगाववादी और आतंकवाजी गतिविधियों के लिए हवाला और हुंडी के जरिये धन मुहैया कराने का आरोप, पाकिस्तान के खिलाफ युवाओं को उकसाने का भी आरोप।
4- ब्लूचिस्तान के सिबी और सुई इलाके में गैस पाइपलाइन और इलेक्ट्रिक पॉयलन में धमाके को स्पॉन्सर करने के आरोपी।
5- 2015 में क्वेटा में IED ब्लास्ट को स्पॉन्सर करने के आरोपी, इससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ।
6- ईरान से आने और जाने वाले हजारा और शिया समुदाय के लोगों पर हमले को स्पॉन्सर किया।
7- पाकिस्तान विरोधी तत्वों को सरकारी एजेंसियों पर हमले के लिए भड़काने का आरोप। 2014-15 में फ्रन्टियर कॉर्प्स और फ्रन्टियर वर्क्स ऑर्गनाइजेशन पर 2014-15 में तुरबत, ग्वादर, पसनी और जिवानी में हमले करवाने का आरोप|
आरोपपत्र सार्वजनिक करने के बाद सरताज अजीज ने कहा, ‘इन डिटेल के बाद ये स्पष्ट हो जाना चाहिए कि कुलभूषण जाधव के ऊपर पाकिस्तान के कानून के मुताबिक पारदर्शी तरीके से मुकदमा चला। सरताज अजीज ने आगे कहा, ‘सरताज अजीज को सुनाई गई सजा विश्वसनीय और विशिष्ट साक्ष्य पर आधारित हैं, इससे ये साबित होता है कि वो पाकिस्तान में जासूसी और आतंकी गतिविधियों में शामिल थे।’ सरताज अजीज ने कहा कि भारत सरकार को 23 जनवरी 2017 को इस केस में कुछ अहम गवाहों का बयान लेने और कुछ विशेष जानकारी हासिल करने के लिए पाकिस्तान सरकार पत्र लिखा था। लेकिन भारत की ओर इस बावत अबतक कोई जवाब नहीं आया है।