जीडीपी का 1.6% हो जाने का अनुमान: नोमुरा
नयी दिल्ली: जिंसों की ऊंची कीमत तथा घरेलू स्तर पर मजबूत सुधार से भारत का चालू खाते का घाटा (सीएडी) इस साल बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.6 प्रतिशत पहुंच जाने का अनुमान है। यह 2016 में 0.5 प्रतिशत था। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
जापान की वित्तीय सेवा कंपनी नोमुरा के अनुसार मजबूत वैश्विक मांग और निर्यात की ऊंची कीमत से निर्यात में सुधार आ रहा है। वहीं आयात में सुधार जिंसों की ऊंची कीमत तथा घरेलू मांग में सुधार को प्रतिबिंबित करता है।
नोमुरा ने एक शोध रिपोर्ट में कहा, ”वर्ष 2017 में सीएडी बढ़कर जीडीपी का 1.6 प्रतिशत हो जाने का अनुमान है। इसका कारण जिंसों की ऊंची कीमत तथा 2017 की दूसरी छमाही में घरेलू स्तर पर मजबूत सुधार की उम्मीद है।” कैड वस्तु, सेवा एवं निवेश आय तथा निर्यात का अंतर है। यह 2016 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी का 1.4 प्रतिशत रहा।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार निर्यात में वृद्धि जारी है और मार्च महीने में यह सालाना आधार पर 27.6 प्रतिशत बढ़ा जबकि फरवरी में इसमें 17.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वहीं आयात वृद्धि मार्च में बढ़कर 45.3 प्रतिशत हो गयी जो फरवरी में 21.8 प्रतिशत थी।इस साल की शुरूआत से घरेलू रूपया अन्य उभरते बाजारों के अनुरूप मजबूत हुआ है जो भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को प्रतिबिंबित करता है। डालर के मुकाबले रूपया फिलहाल 64 के स्तर पर बना हुआ है।
नोमुरा के अनुसार हालांकि मजबूत वैश्विक मांग तथा निर्यात की ऊंची कीमत से निर्यात में सुधार हो रहा है लेकिन अमेरिका में संरक्षणवादी उपायों और चीन में नरमी जैसे कारणों से जोखिम बना हुआ है।